
सेसिल नाम का यह 'फेवरिट' शेर अब नहीं रहा (AFP)
हरारे:
विदेशी टूरिस्टों का खास आकर्षण अमेरिका के हवांगे नेशनल पार्क में रह रहे 13 साल के शेर का क्रूर तरीके से शिकार करने के चलते अमेरिका के मशहूर डेंटिस्ट को जबरदस्त आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। सेसिल नाम के इस 'बेहद पसंदीदा' शेर के शिकारी को इसलिए भी लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है क्योंकि सेसिल की मौत 40 घंटों बाद गोली मारने से हुई और वह तड़प-तड़प कर मरा।
तीर से मरा नहीं, फिर 40 घंटे बाद मारी गोली...
शिकार करने वाले डेंटिस्ट ने पहले इस शेर को प्रलोभन देकर बाउंड्री से बाहर बुलाया और फिर मार दिया। इसे मारने के लिए उस रात उसने एक मरे हुए जानवर को अपनी गाड़ी से बांध दिया और सेसिल के रहने वाले इलाके में ले गया।
शिकार करने वाले पेशे से डेंटिस्ट पामर ने सेसिल पर तीर चलाया लेकिन इससे वह मरा नहीं। फिर उसे 40 घंटे की दौड़ धूप के बाद कहीं ढूंढ गया और गोली मार दी गई। यह भी कहा जा रहा है कि उसका सिर काट दिया गया है जोकि कहीं नहीं मिला है। जिम्बाब्वे पार्क्स अथॉरिटी ने एक स्टेटमेंट जारी करके इस शिकार को गैर कानूनी कर दिया।
शिकारी ने कहा, गलती हो गई...
पामर नामक यह डेंटिस्ट मिनोसोटा का अनुभवी शिकारी माना जाता है जो अमेरिका के शिकार के शौकीनों के बीच धनुष से बाण चलाकर निशाना साधने में पारंगत माना जाता है। वह कई बड़े जानवरों जैसे तेंदुआ, जंगली भैंसों का शिकार करता रहा है। पामर का कहना है कि उसने स्थानीय प्रफेशनल गाइड्स पर यह छोड़ा हुआ था कि जो शिकार भी वह करने जा रहा है, वह पूरी तरह से कानूनी दायरे के अंतर्गत आता हो। उसने स्टटेमेंट जारी करके अपने हाथों शेर की मौत पर अफसोस जताया है।
उसने कहा, 'नहीं पता था कि वह स्थानीय लोगों का फेवरिट है और किसी तरह का अध्ययन या स्टडी इस पर की जा रही है। शिकार हो चुकने के बाद तक मुझे ऐसा कुछ नहीं पता था।'
#CecilTheLion... ट्टिवटर, फेसबुक, ऑफिस के सामने विरोध
पामर के ऑफिस के बाहर लोगों ने जमा होकर मेमोरियल शुरू कर दिया और जानवरों के स्टफ्ड खिलौनो और फूलों को वहां रखना शुरू कर दिया। वहीं, दोपहर बाद तक ऑनलाइन विरोध भी खूब हुआ। करीब 1 लाख लोगों ने #CecilTheLion हैशटैग के साथ विरोध किया। 95 हजार लोगों ने ऑनलाइन पिटीशन पर दस्तखत किया। ट्वीट करके किसी ने पामर को बेकार का इंसान बताया और किसी ने लिखा मेंटल तो किसी ने मानसिक रोगी।
जिम्बाब्वे की सफारी ऑपरेटर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट एमानुअल फंडीरा ने बताया, वाल्टर जेम्स पामर नाम का दोषी व्यक्ति अमेरिकी है जिसने इस शिकार के लिए 50 हजार डॉलर का भुगतान किया। सेसिल का मारा जाना अपने आप में एक डिजास्टर है क्योंकि बहुत सारे लोग जिम्बाब्वे आकर उसे जरूर देखते थे। पिछले साल हवांगे में 50 हजार विजिटर्स आए जिनमें से आधे से ज्यादा विदेशी टूरिस्ट थे।
तीर से मरा नहीं, फिर 40 घंटे बाद मारी गोली...
शिकार करने वाले डेंटिस्ट ने पहले इस शेर को प्रलोभन देकर बाउंड्री से बाहर बुलाया और फिर मार दिया। इसे मारने के लिए उस रात उसने एक मरे हुए जानवर को अपनी गाड़ी से बांध दिया और सेसिल के रहने वाले इलाके में ले गया।
शिकार करने वाले पेशे से डेंटिस्ट पामर ने सेसिल पर तीर चलाया लेकिन इससे वह मरा नहीं। फिर उसे 40 घंटे की दौड़ धूप के बाद कहीं ढूंढ गया और गोली मार दी गई। यह भी कहा जा रहा है कि उसका सिर काट दिया गया है जोकि कहीं नहीं मिला है। जिम्बाब्वे पार्क्स अथॉरिटी ने एक स्टेटमेंट जारी करके इस शिकार को गैर कानूनी कर दिया।
शिकारी ने कहा, गलती हो गई...
पामर नामक यह डेंटिस्ट मिनोसोटा का अनुभवी शिकारी माना जाता है जो अमेरिका के शिकार के शौकीनों के बीच धनुष से बाण चलाकर निशाना साधने में पारंगत माना जाता है। वह कई बड़े जानवरों जैसे तेंदुआ, जंगली भैंसों का शिकार करता रहा है। पामर का कहना है कि उसने स्थानीय प्रफेशनल गाइड्स पर यह छोड़ा हुआ था कि जो शिकार भी वह करने जा रहा है, वह पूरी तरह से कानूनी दायरे के अंतर्गत आता हो। उसने स्टटेमेंट जारी करके अपने हाथों शेर की मौत पर अफसोस जताया है।
उसने कहा, 'नहीं पता था कि वह स्थानीय लोगों का फेवरिट है और किसी तरह का अध्ययन या स्टडी इस पर की जा रही है। शिकार हो चुकने के बाद तक मुझे ऐसा कुछ नहीं पता था।'
#CecilTheLion... ट्टिवटर, फेसबुक, ऑफिस के सामने विरोध
पामर के ऑफिस के बाहर लोगों ने जमा होकर मेमोरियल शुरू कर दिया और जानवरों के स्टफ्ड खिलौनो और फूलों को वहां रखना शुरू कर दिया। वहीं, दोपहर बाद तक ऑनलाइन विरोध भी खूब हुआ। करीब 1 लाख लोगों ने #CecilTheLion हैशटैग के साथ विरोध किया। 95 हजार लोगों ने ऑनलाइन पिटीशन पर दस्तखत किया। ट्वीट करके किसी ने पामर को बेकार का इंसान बताया और किसी ने लिखा मेंटल तो किसी ने मानसिक रोगी।
जिम्बाब्वे की सफारी ऑपरेटर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट एमानुअल फंडीरा ने बताया, वाल्टर जेम्स पामर नाम का दोषी व्यक्ति अमेरिकी है जिसने इस शिकार के लिए 50 हजार डॉलर का भुगतान किया। सेसिल का मारा जाना अपने आप में एक डिजास्टर है क्योंकि बहुत सारे लोग जिम्बाब्वे आकर उसे जरूर देखते थे। पिछले साल हवांगे में 50 हजार विजिटर्स आए जिनमें से आधे से ज्यादा विदेशी टूरिस्ट थे।
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