
31 जनवरी को सुपरमून, ब्लूमून और चंद्र ग्रहण (जिसे ब्लड मून भी कहते हैं) एक ही रात को नजर आएगा.
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
31 जनवरी की रात को नजर आएगा सुपर ब्लू ब्लड मून.
सुपरमून, ब्लूमून और चंद्र ग्रहण एक ही रात को नजर आएंगे.
भारत के साथ-साथ कई देशों में आएगा नजर.
ये है सौर मंडल का एक मात्र ऐसा ग्रह जहां उल्टी दिशा से चलती है हवा, वैज्ञानिकों के लिए बनी पहेली

क्या होता है सुपरमून
चांद और धरती के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है और चंद्रमा अपने पूरे शबाब पर चमकता दिखाई देता है. इसे पिछले साल 3 दिसंबर को भी दिखाई दिया था. चांद की तुलना में 14 फीसद ज्यादा बड़ा और 30 फीसद तक ज्यादा चमकीला दिखेगा. इस महीने पूर्ण चंद्रमा दिखने की घटना हो रही है. इस कारण इसे ब्लू मून भी कहा जा रहा है.
शनि के चंद्रमा 'टाइटन' पर दिखीं पृथ्वी जैसी खासियतें, नए डाटा से हुआ खुलासा

क्या होता है ब्लू मून
NASA के मुताबिक, ब्लू मून हर ढाई साल में एक बार नजर आता है. स्पेस डॉट कॉम की खबर के मुताबिक चंद्रमा का नीचे का हिस्सा ऊपरी हिस्से की तुलना में ज्यादा चमकीला दिखाई देता है और नीली रोशनी फेंकता है. 31 जनवरी 2018 के बाद ये 2028 और 2037 में देखने को मिलेगा.
अंतरिक्ष यात्रियों ने स्पेस में देखी फिल्म, ड्रिंक्स के साथ कुछ इस तरह लिए मजे

चंद ग्रहण
चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी एवं चंद्रमा ऐसी स्थिति में होते हैं कि कुछ समय के लिए पूरा चांद अंतरिक्ष धरती की छाया से गुजरता है. लेकिन पृथ्वी के वायुमंडल से गुजरते वक्त सूर्य की लालिमा वायुमंडल में बिखर जाती है और चंद्रमा की सतह पर पड़ती है. इसे ब्लड मून भी कहा जाता है. ये तीनों एक ही रात को पड़ेगा. जिसे सुपर ब्लू ब्लड मून भी कहा जा रहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं