डीज़ल के बढ़े रेट के बाद बढ़ी महंगाई ने गाज़ियाबाद के एक शख्स की जान ले ली। केंद्र सरकार एक तरफ जहां डीज़ल के रेट कम करने पर विचार नहीं करना चाहती वहीं अब इस बढ़ती महंगाई ने आम आदमी को जान देने पर भी मजबूर कर दिया है।
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गाजियाबाद:
डीज़ल के बढ़े रेट के बाद बढ़ी महंगाई ने गाज़ियाबाद के एक शख्स की जान ले ली। केंद्र सरकार एक तरफ जहां डीज़ल के रेट कम करने पर विचार नहीं करना चाहती वहीं अब इस बढ़ती महंगाई ने आम आदमी को जान देने पर भी मजबूर कर दिया है।
सुसाइड नोट में उस युवक ने साफ़ तौर पर महंगाई को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।
लोनी इलाके के 25 वर्षीय युवक भारत ने महंगाई से तंग आकर जान दे दी। वह सुबह काम पर गया लेकिन वापस नहीं आया। फैक्ट्री के एक कमरे में उसकी पंखे से झूलती लाश मिली है। कमरे से ही बरामद सुसाइड नोट में लिखा गया है कि महंगाई और आर्थिक तंगी के चलते वह आत्महत्या कर रहा है। उसने अपनी मौत के लिए किसी व्यक्ति को जिम्मेदार नहीं बताया है।
सुसाइड नोट में उस युवक ने साफ़ तौर पर महंगाई को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है।
लोनी इलाके के 25 वर्षीय युवक भारत ने महंगाई से तंग आकर जान दे दी। वह सुबह काम पर गया लेकिन वापस नहीं आया। फैक्ट्री के एक कमरे में उसकी पंखे से झूलती लाश मिली है। कमरे से ही बरामद सुसाइड नोट में लिखा गया है कि महंगाई और आर्थिक तंगी के चलते वह आत्महत्या कर रहा है। उसने अपनी मौत के लिए किसी व्यक्ति को जिम्मेदार नहीं बताया है।