तिरुवनंतपुरम:
केरल में त्रावणकोर देवासम बोर्ड (टीडीबी) सबरीमाला मंदिर में आए दान की गिनती और प्रसाद तैयार करने के लिए रोबोटों की मदद लेने पर विचार किया जा रहा है।
टीडीबी आयुक्त सी.पी. राम राजा प्रेम प्रसाद ने कहा कि उन्होंने बेंगलुरू स्थित एक कंपनी से मंदिर में कामकाज को सरल बनाने के लिए रोबोट मुहैया कराने के संबंध में बातचीत शुरू कर दी है। प्रसाद ने कहा, 'जिस दौरान काम की अधिकता होती है, उस समय रुपयों और सिक्कों की गिनती और उन्हें छांटने के लिए कई लोगों को रोजगार दिया जाता है। इन सिक्कों को बाद में बैग में बंद कर बैंक भेज दिया जाता है।'
टीडीबी के मुताबिक, मंदिर के राजस्व में पूर्व की तुलना में बढ़ोतरी हुई है और इसके साथ ही पैसे के चोरी होने के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। प्रसाद ने कहा, 'हम प्रसाद (उन्नीअप्पम) तैयार करने के लिए भी रोबोट की सहायता की कोशिश कर रहे हैं। हम केरल हाई कोर्ट से मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं, और एक बार हमें अनुमति मिल जाए, हम निविदा जारी कर देंगे।'
सबरीमाला मंदिर मध्य केरल के पथानमथिट्टा जिले में पंबा नदी से ऊपर की ओर चार किलोमीटर पर वेस्टर्न घाट क्षेत्र में स्थित है। पंबा नदी से मंदिर तक पैदल ही जाया जाता है। मलयालम पंचांग के अनुसार, यह मंदिर नवंबर माह में खुलता है और जनवरी में मलयालम माह के पहले दिन बंद कर दिया जाता है।
यह मंदिर लगभग 60 दिनों तक खुला रहता है। मलयालम पंचांग के अनुसार मंदिर हालांकि हर माह की शुरुआत में पहले कुछ दिनों के लिए खोला जाता है। टीडीबी सूत्रों के मुताबिक, नबंवर से जनवरी तक की समयावधि में दान और प्रसाद की बिक्री के द्वारा ही 300 करोड़ रुपये की राशि आती है।
टीडीबी आयुक्त सी.पी. राम राजा प्रेम प्रसाद ने कहा कि उन्होंने बेंगलुरू स्थित एक कंपनी से मंदिर में कामकाज को सरल बनाने के लिए रोबोट मुहैया कराने के संबंध में बातचीत शुरू कर दी है। प्रसाद ने कहा, 'जिस दौरान काम की अधिकता होती है, उस समय रुपयों और सिक्कों की गिनती और उन्हें छांटने के लिए कई लोगों को रोजगार दिया जाता है। इन सिक्कों को बाद में बैग में बंद कर बैंक भेज दिया जाता है।'
टीडीबी के मुताबिक, मंदिर के राजस्व में पूर्व की तुलना में बढ़ोतरी हुई है और इसके साथ ही पैसे के चोरी होने के मामलों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। प्रसाद ने कहा, 'हम प्रसाद (उन्नीअप्पम) तैयार करने के लिए भी रोबोट की सहायता की कोशिश कर रहे हैं। हम केरल हाई कोर्ट से मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं, और एक बार हमें अनुमति मिल जाए, हम निविदा जारी कर देंगे।'
सबरीमाला मंदिर मध्य केरल के पथानमथिट्टा जिले में पंबा नदी से ऊपर की ओर चार किलोमीटर पर वेस्टर्न घाट क्षेत्र में स्थित है। पंबा नदी से मंदिर तक पैदल ही जाया जाता है। मलयालम पंचांग के अनुसार, यह मंदिर नवंबर माह में खुलता है और जनवरी में मलयालम माह के पहले दिन बंद कर दिया जाता है।
यह मंदिर लगभग 60 दिनों तक खुला रहता है। मलयालम पंचांग के अनुसार मंदिर हालांकि हर माह की शुरुआत में पहले कुछ दिनों के लिए खोला जाता है। टीडीबी सूत्रों के मुताबिक, नबंवर से जनवरी तक की समयावधि में दान और प्रसाद की बिक्री के द्वारा ही 300 करोड़ रुपये की राशि आती है।
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