इज़रायल में अभी युद्व की स्थिति है. आए दिन सोशल मीडिया पर भयावह वीडियो देखने को मिलते रहते हैं. ऐसे में सरकार ने अभिभावकों से आग्रह किया है कि वो बच्चों के मोबाइल से सोशल मीडिया एप्लिकेशन को डिलीट कर दें. इज़रायल-हमास के बीच हो रहे युद्ध के कारण वहां की स्थिति खराब हो रही है. ऐसे में आए दिन सोशल मीडिया पर नरसंहार और भयावह वीडियो देखने को मिल रहे हैं. ये वीडियो सोशल मीडिया पर आसानी से देखा जा सकता है. ऐसे में बच्चों को इन वीडियो को देखने से बचाने के लिए आग्रह किया गया है कि कृप्या करके सोशल मीडिया एप्लिकेशन को डिलीट कर दें.
ट्वीट देखें
I. Just. Can't. 🥺
— (((David Lange))) (@Israellycool) October 10, 2023
Received from my daughter's school:
Dear Parents,
We have been informed that videos will be sent soon
of our abductees begging for their lives.
Please remove the Tiktok app from the children's mobile phones.
We cannot afford our children to watch this!"
डेविड लांज ने इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया है. उन्होंने लिखा है- बेटी के स्कूल से संदेश मिला है. प्रिय अभिभावक आप कैद में रह रहे लोगों के वीडियो को भेजा जाएगा. ऐसे में आप सभी से आग्रह है कि आप टिकटॉक अकाउंट को डिलीट कर दें. हम नहीं चाहते हैं कि आपके बच्चे ऐसे वीडियो देखें.
जानकारी के मुताबिक ऐसी चेतावनी यूके और यूएस के अभिभावकों को भी भेजा गया है. इन देशों के कई स्कूलों के प्रधानाध्यापकों ने इमेल के ज़रिए अभिभावकों को ऐसे संदेश भेजे हैं.
युद्ध के कारण स्थिति और भयावह होने वाली है. ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि बंधकों के गिड़गिड़ाने वाले वीडियो को भेजा सकता है, जिसे देखकर बच्चे विचलित हो सकते हैं. इन्हीं सभी चीज़ों को ध्यान में रखते हुए स्कूल प्रशासन अभिभावकों को ऐसे संदेश दे रहे हैं.
तेल अवीव के पैरेंट्स एसोसिएशन ने अभिभवकों को सचेत किया है कि बच्चों के मोबाइल से सोशल मीडिया एप्स, विशेषकर इंस्टाग्राम और टिकटॉक को डिलीट कर दें ताकि वे विचलित करने वाले वीडियो ना देख सकें.
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