वाशिंगटन:
दुनियाभर में हजारों कंप्यूटर उपयोगकर्ताओं को मालवेयर के कारण सोमवार को इंटरनेट सुविधा से वंचित होना पड़ सकता है क्योंकि अमेरिका ने जो सुरक्षा व्यवस्था की थी उसकी अवधि खत्म हो रही है। पिछले साल मालवेयर का हमला हुआ था।
यह समस्या डीएनएस चेंजर नामक मालवेयर से पैदा होती है। दरअसल साइबर अपराधी वेब ब्राउजर के डोमेन नेम सिस्टम को अपने नियंत्रण में ले लेते हैं और इंटरनेट का मार्ग बदल देते हैं।
पिछले साल फरवरी में डीएनएस चेंजर वायर के पीछे के तंत्र को अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी, इस्टोनियाई पुलिस और अन्य कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों ने बंद कर दिया था।
चूंकि वायरस ने वेबमार्ग को इतना अधिक नियंत्रित किया कि प्रशासन को इस बात के लिए अदालत से आदेश हासिल करना पड़ा कि एफबीआई दूसरे सर्वर से संचालन कर पाए ताकि कंप्यूटर संक्रमण के बाद भी गतिविधियां सामान्य बना रहे।
इस आदेश की अवधि सोमवार को समाप्त हो रही है और विशेषज्ञ का कहना कि कंप्यूटर को इंटरनेट प्रलय का सामना करना पड़ सकता है।
फेसबुक और गूगल सरीखी वेबसाइट ने चेतावनी जारी कर दी है कि सोमवार को एक मालवेयर (वायरस) इंटरनेट ठप कर सकता है।
इंटरनेट सेवा प्रदाताओं ने भी इसी तरह का नोटिस जारी किया है।
यह समस्या डीएनएस चेंजर नामक मालवेयर से पैदा होती है। दरअसल साइबर अपराधी वेब ब्राउजर के डोमेन नेम सिस्टम को अपने नियंत्रण में ले लेते हैं और इंटरनेट का मार्ग बदल देते हैं।
पिछले साल फरवरी में डीएनएस चेंजर वायर के पीछे के तंत्र को अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी, इस्टोनियाई पुलिस और अन्य कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों ने बंद कर दिया था।
चूंकि वायरस ने वेबमार्ग को इतना अधिक नियंत्रित किया कि प्रशासन को इस बात के लिए अदालत से आदेश हासिल करना पड़ा कि एफबीआई दूसरे सर्वर से संचालन कर पाए ताकि कंप्यूटर संक्रमण के बाद भी गतिविधियां सामान्य बना रहे।
इस आदेश की अवधि सोमवार को समाप्त हो रही है और विशेषज्ञ का कहना कि कंप्यूटर को इंटरनेट प्रलय का सामना करना पड़ सकता है।
फेसबुक और गूगल सरीखी वेबसाइट ने चेतावनी जारी कर दी है कि सोमवार को एक मालवेयर (वायरस) इंटरनेट ठप कर सकता है।
इंटरनेट सेवा प्रदाताओं ने भी इसी तरह का नोटिस जारी किया है।
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