मोटापे की शिकार महिलाओं के लिए एक बुरी खबर है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि नौकरी के लिए आवेदन करते वक्त मोटी महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है।
                                            
                                            क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
 हमें बताएं।
                                        
                                        
                                                                                मेलबर्न: 
                                        मोटापे की शिकार महिलाओं के लिए एक बुरी खबर है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि नौकरी के लिए आवेदन करते वक्त मोटी महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है।
ऑस्ट्रेलिया की मोनाश विश्वविद्यालय ने जॉब के लिए तस्वीर सहित आवेदन पत्रों का अध्ययन किया। इसमें पाया गया कि मोटी महिलाओं के भेदभाव का शिकार होने की संभावना ज्यादा होती है। साथ ही उन्हें उनके समकक्षों से कम वेतन दिया जाता है।
विश्वविद्यालय के केरी ओ ब्रायन ने कहा कि नौकरी के सभी पहलुओं में मोटी महिलाओं के साथ भेदभाव की प्रबल संभावना रहती है। इन पहलुओं में वेतन, नेतृत्व क्षमता शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा नहीं है कि वे आलसी और मूर्ख होती हैं। दरअसल, यह सिर्फ उनके साथ भेदभाव का प्रमाण है।’’ इस अध्ययन को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकाशित किया गया है।
                                                                        
                                    
                                ऑस्ट्रेलिया की मोनाश विश्वविद्यालय ने जॉब के लिए तस्वीर सहित आवेदन पत्रों का अध्ययन किया। इसमें पाया गया कि मोटी महिलाओं के भेदभाव का शिकार होने की संभावना ज्यादा होती है। साथ ही उन्हें उनके समकक्षों से कम वेतन दिया जाता है।
विश्वविद्यालय के केरी ओ ब्रायन ने कहा कि नौकरी के सभी पहलुओं में मोटी महिलाओं के साथ भेदभाव की प्रबल संभावना रहती है। इन पहलुओं में वेतन, नेतृत्व क्षमता शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा नहीं है कि वे आलसी और मूर्ख होती हैं। दरअसल, यह सिर्फ उनके साथ भेदभाव का प्रमाण है।’’ इस अध्ययन को इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ओबेसिटी में प्रकाशित किया गया है।