फाइल फोटो
नई दिल्ली:
देश में ही बना पहला सुपरसॉनिक जेट लड़ाकू विमान तेजस आज भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा। यह दुनिया का सबसे हल्का लड़ाकू विमान है।
तेजस से न सिर्फ वायुसेना की ताकत बढ़ेगी, बल्कि यह दुनिया में भारत की शान भी बढ़ाएगा। यह दिन और रात, कभी भी उड़ान भर सकता है।
अब तक इसकी 2400 टेस्ट फ्लाइट की गई हैं। ये गन लेजर गाइडेड बम और रॉकेट भी फायर कर सकता है। इस विमान में अमेरिकी इंजन है। देश में विकसित यह विमान अब आधिकारिक तौर पर मिग−21 एफएल लड़ाकू विमान की जगह लेगा।
इसके फ्लाइट ट्रायल लेह, जामनगर, जैसलमेर, ग्वालियर, पठानकोट, गोवा और उत्तरालाई में किए गए। 1983 से लेकर अब तक तेजस के प्रॉजेक्ट पर 24 हजार करोड़ का खर्च आया है।
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