चेतन भगत का फाइल चित्र
नई दिल्ली:
जाने-माने उपन्यासकार चेतन भगत सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर उस समय से कड़ी आलोचनाओं के घेरे में हैं, जब से उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि भारतीय मुद्रा रुपये का 'बलात्कार' हो गया है।
बुधवार शाम को चेतन भगतने इन आलोचनाओं के जवाब में फिर लिखा, "क्या सचमुच... अब मैं ट्रेन्ड कर रहा हूं...? हां, निश्चित रूप से मुझमें सुधार लाना इस समय सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है... अर्थव्यवस्थाएं तो रोज़ ही क्रैश करती हैं..."
दरअसल, यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ था, जब रुपये में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार आ रही गिरावट पर टिप्पणी करते हुए भगत ने ट्वीट किया, "रुपया पूछ रहा है, मेरे बलात्कारियों के लिए कोई सज़ा नहीं है...?" बस, इसके बाद ट्विटर का इस्तेमाल करने वाले कई लोगों ने चेतन भगत की इस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उन पर बलात्कार के अपराध की गंभीरता को कम करने का आरोप लगाया।
एक व्यक्ति ने लिखा कि जब मुंबई में गैंगरेप की पीड़ित अस्पताल में इससे उबर रही है, ऐसे में बलात्कार को मजाक में इस्तेमाल करना असंवेदनशील, मूखर्तापूर्ण और बेवकूफाना है। एक अन्य व्यक्ति ने ट्वीट किया, "इस गंभीर अपराध, या यूं कहिए अमानवीय कृत्य को लेकर मज़ाक करना तथा उसकी रुपये की गिरावट से तुलना करना कतई मज़ाकिया नहीं है..."
चेतन भगत ने इस तरह की कड़ी टिप्पणियां शुरू होते ही अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था, लेकिन सफाई दी थी कि यह (उनकी टिप्पणी) कतई 'हानिरहित' थी, और उन्होंने रुपये की समस्याओं का ज़िक्र करने के लिए बलात्कार को सिर्फ 'उपमा' के रूप में इस्तेमाल किया था।
बुधवार शाम को चेतन भगतने इन आलोचनाओं के जवाब में फिर लिखा, "क्या सचमुच... अब मैं ट्रेन्ड कर रहा हूं...? हां, निश्चित रूप से मुझमें सुधार लाना इस समय सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है... अर्थव्यवस्थाएं तो रोज़ ही क्रैश करती हैं..."
दरअसल, यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ था, जब रुपये में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले लगातार आ रही गिरावट पर टिप्पणी करते हुए भगत ने ट्वीट किया, "रुपया पूछ रहा है, मेरे बलात्कारियों के लिए कोई सज़ा नहीं है...?" बस, इसके बाद ट्विटर का इस्तेमाल करने वाले कई लोगों ने चेतन भगत की इस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और उन पर बलात्कार के अपराध की गंभीरता को कम करने का आरोप लगाया।
एक व्यक्ति ने लिखा कि जब मुंबई में गैंगरेप की पीड़ित अस्पताल में इससे उबर रही है, ऐसे में बलात्कार को मजाक में इस्तेमाल करना असंवेदनशील, मूखर्तापूर्ण और बेवकूफाना है। एक अन्य व्यक्ति ने ट्वीट किया, "इस गंभीर अपराध, या यूं कहिए अमानवीय कृत्य को लेकर मज़ाक करना तथा उसकी रुपये की गिरावट से तुलना करना कतई मज़ाकिया नहीं है..."
चेतन भगत ने इस तरह की कड़ी टिप्पणियां शुरू होते ही अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था, लेकिन सफाई दी थी कि यह (उनकी टिप्पणी) कतई 'हानिरहित' थी, और उन्होंने रुपये की समस्याओं का ज़िक्र करने के लिए बलात्कार को सिर्फ 'उपमा' के रूप में इस्तेमाल किया था।
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