दुनिया भर में सूखे के पूर्वानुमान के लिए नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन(नासा) द्वारा पृथ्वी की सतह के ऊपरी कुछ इंच तक की नमी को सटीकतापूर्वक मापने के लिए 31 जनवरी को लॉन्च किया गया स्वायल मॉइश्चर एक्टिव पैसिव (एसएमएपी) मिशन अप्रैल के अंत तक अपना काम शुरू कर देगा।
एसएमएपी का प्राथमिक उद्देश्य नमी की मात्रा को मापना है, लेकिन यह इस बात की जानकारी भी देगा कि नमी बर्फ के रूप में है या द्रव के रूप में। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में कहा कि एसएमएपी का राडार वैज्ञानिकों की तुलना में नमी की सटीक जानकारी उपलब्ध कराएगा।
साथ ही यह भी बताएगा कि नमी ठोस रूप में है या द्रव रूप में। यह मिशन दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में बर्फ के पिघलने से संबंधित सटीक जानकारियां उपलब्ध कराएगा, जिससे वैज्ञानिकों को जमने/पिघलने के चक्र को अच्छी तरह से समझने में मदद मिलेगी।
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