MP Government Crises: ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ज्वाइन कर ली है. हाल ही में मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक से इस्तीफा दे वाली इमरती देवी (Imarti Devi) उनके इस फैसले से काफी खुश हैं. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनकी कभी नहीं सुनी थी. ज्योतिरादित्य के बीजेपी में जाने से वो बहुत खुश हैं.
इमरती देवी ने कहा, ''सभी 22 विधायक अपनी मर्जी से यहां (बेंगलुरु में) हैं. हमें खुशी है कि सिंधिया जी ने यह निर्णय लिया है. मैं हमेशा उसके साथ रहूंगा भले ही मुझे कुएं में कूदना पड़े. जब हम कांग्रेस में थे, कमलनाथ जी ने हमें कभी नहीं सुना.''
Imarti Devi, recently resigned Congress MLA from Madhya Pradesh: All 22 MLAs are here (in Bengaluru) on their own will. We're happy Scindia ji has taken this decision. I'll always stay with him even if I had to jump in a well. When we were in Congress,Kamal Nath ji never heard us pic.twitter.com/rz8hqIJSgj
— ANI (@ANI) March 11, 2020
सिंधिया के साथ ही उनके समर्थक पार्टी के कई विधायकों के इस्तीफे से राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. ऐसी अटकले हैं कि सिंधिया को राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है और उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है. कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण पार्टी के महासचिव एवं पूर्ववर्ती ग्वालियर राजघराने के वंशज ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को नौ मार्च को लिखे इस्तीफा पत्र में सिंधिया ने कहा कि उनके लिये आगे बढ़ने का समय आ गया है क्योंकि इस पार्टी में रहते हुए अब वह देश के लोगों की सेवा करने में अक्षम हैं.
सिंधिया के पिता माधव राव सिंधिया ने भी अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत 1971 में जनसंघ के सांसद के रूप में की थी और बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गये थे.
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