Blackberry मोबाइल फोन एक समय मोबाइल की दुनिया का राजा हुआ करता था. लोग बेसब्री से इस ब्लैकरबेरी मोबाइल का इंतज़ार करते थे. ये कंपनी एक ज़माने में लीडर हुआ करती थी. ये कंपनी कनाडा की थी, एक समय इस फ़ोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों को अमीर समझा जाता था, मगर आज स्थिति ये है कि इस फ़ोन को कोई पूछ नहीं रहा है. ये फ़ोन अपनी पहचान फिर से बनाने के लिए मेहनत कर रही है.
साल 1990 के दौर में दुनिया में मोबाइल क्रांति की शुरुआत हो रही थी. इस मार्केट में कई कंपनियां बेहतरीन मोबाइल फ़ोन बनाने पर ज़ोर दे रहे थे, मगर कनाडा की कंपनी ब्लैकबेरी मोबाइल की दुनिया में कुछ अलग करना चाहती थी. वो ऐसा मोबाइल बनाना चाहती थी, जिसमें इंटरनेट की सुविधा हो, अन्य कंपनियों से ये थोड़ी अलग हो. साल 2000 में कंपनी ने सफ़लता भी पा ली. कंपनी ने अपना पहला मोबाइल फ़ोन 'रिम 957' लॉन्च किया. इसके लॉन्च होते ही ये लोगों का चहेता बन गया. ये पहला ऐसा मोबाइल था, जिसका यूज़र एक्सपीरियंस सबसे अलग था. इस फ़ोन का इस्तेमाल पावरफुल लोग ज़्यादा करते थे. बिज़नस मैन हो या राजनेता, सभी लोग इस फ़ोन को बेहद पसंद करते थे.
साल 2000 के दशक में 'ब्लैकबेरी' ने भारतीय मोबाइल ओपरेटर कंपनी 'एयरटेल' के साथ डील करके भारतीय मोबाइल मार्किट में कदम रखा. इस दौरान 'ब्लैकबेरी' ने बिज़नेस क्लास को ही अपना टारगेट बनाया था, जो बेहद सफ़ल रहा. इस फोन में वो सभी सुविधाएं थी, जो बिजनस क्लास के लोगों को चाहिए था. ई मेल की सुविधा, बीबीएम की सुविधा, मैसेजिंग की सुविधा. इस मोबाइल के कारण लोग कंप्यूटर का इस्तेमाल करना बंद कर दिया था.
साल 2003 में 'ब्लैकबेरी' ने अपना सबसे बेहतरीन और आइकॉनिक 'BlackBerry Quark 6210' मोबाइल फ़ोन लॉन्च किया था. ये लोगों को सबसे प्रभावित करने वाला गैजेट था. उस समय इस गैजेट को लोग बहुत पसंद करते थे. ये उस समय का पहला स्मार्टफोन था. इस मोबाइल में ईमेल, वेब ब्राउजर, एसएमएस और ब्लैकबेरी मैसेंजर जैसे टॉप फ़ीचर्स थे. लोग इन फीचर्स को बेहद पसंद कर रहे थे. इस मोबाइल फोन में पहली बार ट्रैक बॉल का प्रयोग किया गया था. इसे फिल्मस्टार्स भी बेहद पसंद करते थे.
कंपनी को भूलने लगे लोग
ब्लैकबेरी बिज़नस क्लास और अमीर लोगों का स्टेटस सिंबल बन गया था. इसका फ़ोन बहुत महंगा होता था, जिसे आम लोग ख़रीद नहीं पाते थे. साथ ही साथ इसका इंटरनेट का चार्ज़ भी महंगा था. तभी एंड्रॉयड फ़ोन और आई फोन का ज़माना आ गया. ब्लैकबेरी ने मार्केट को समझा नहीं. इस कारण कंपनी को बहुत नुकसान हुआ. साल 2013 में ब्लैकबेरी ने पहली बार BB10 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ BlackBerry Z10 स्मार्टफ़ो न लॉन्च किया था. इस बार कंपनी ने QWARTY कीबोर्ड को हटाकर टच स्क्रीन पर भरोसा किया, मगर वो आइडिया फ्लॉप हो गया.
एक समय ब्लैकबेरी मोबाइल की दुनिया का बादशाह हुआ करता था, मगर आज इसका कोई अस्तित्व नहीं है. कंपनी ने शुरु से ही बिज़नस क्लास को टार्गेट किया था, जिसके कारण यूथ, आमलोग एनड्रॉयड और आईफोन को पसंद करने लगे. आज 'ब्लैकबेरी' का कारोबार भारत में ही नहीं है, इसके अलावा दुनिया के अधिकतर देशों से भी ये मोबाइल खत्म हो चुका है. आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? कमेंट करके ज़रूर बताइएगा.
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