Nike ने अपने पहले हैंड्स-फ्री स्नीकर (hands-free sneaker) the Nike Go FlyEase को लॉन्च किया है. नाइकी फ्लाईएज एक आसान-एंट्री फुटवियर सिस्टम है, जिसे टोबी हैटफील्ड (Tobie Hatfield) द्वारा डिजाइन किया गया था. जो 2015 में लॉन्च किया गया था. पिछले आधे दशक में नाइकी ने अपने पहले हैंड्स-फ्री स्नीकर को लॉन्च करने से पहले वेल्क्रो से लेकर जिपर से लेकर केबल डायल तक कई तरह के नो-लेस समाधानों का प्रयोग किया. लेकिन, इस "सुलभ और सशक्त डिजाइन" के लिए प्रेरणा 2012 में कंपनी को लिखे एक पत्र से मिली.
2012 में, मैथ्यू वाल्ज़र (Matthew Walzer) नाम के एक 16 वर्षीय युवा ने जो कि सेरेब्रल पाल्सी (Cerebral Palsy) से जूझ रहा था उसने नाइकी से संपर्क किया, उन्हें बताया कि किसी के बारे में चिंता किए बिना और हर रोज जूते को लेस को बांधें बिना कॉलेज जाने का उसका सपना था. नाइकी के अनुसार, वॉल्ज़र का जन्म दो महीने के समय से पहले ही हो गया था, सेरेब्रल पाल्सी के कारण उनके फेफड़े कम विकसित थे. जबकि, उन्होंने कई शारीरिक बाधाओं का सामना किया, अपने जूतों की लेस को बांधना उनके लिए हमेशा एक बड़ी समस्या रही.
मैथ्यू वॉल्ज़र ने लिखा, "16 साल की उम्र में, मैं अपने आप को पूरी तरह से तैयार करने में सक्षम हो गया, लेकिन मेरे माता-पिता को अभी भी मेरे जूते बांधने पड़ते हैं. एक किशोर के रूप में, जो पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रयासरत है, मुझे यह बेहद निराशाजनक और कई बार शर्मनाक लगता है।"
किशोर के पत्र ने टोबी हैटफील्ड को एक ऐसा जूता बनाने के लिए प्रेरित किया, जो उनकी विशिष्ट आवश्यकता को संबोधित करेगा. 2012 में, नाइकी ने पहनने के परीक्षण के लिए श्री वॉल्ज़र को हैटफ़ील्ड डिज़ाइन दिया, लेकिन हैटफ़ील्ड ने विशेष जरूरतों वाले अन्य लोगों की मदद करने के लिए जूते डिजाइन करने का काम जारी रखा. इस यात्रा ने नाइकी फ्लाईएज़ के विकास का नेतृत्व किया. 2015 में लॉन्च किए गए नो-लेस फुटवियर की एक श्रृंखला ने सोमवार को नाइकी गो फ्लाईएज़ को लॉन्च किया, जो आज तक का सबसे नवीन डिजाइन है.
वॉल्ज़र ने कहा, "डिजाइनरों की आपकी प्रतिभाशाली टीम ने सोच-समझकर एक जूता बनाया है, जो मैंने अपने जीवन में पहली बार खुद से पहना है. जब मैं हर सुबह जूते पहनता हूं, तो वे स्वतंत्रता और उपलब्धि की सबसे बड़ी भावना देते हैं जो मैंने पहले कभी महसूस नहीं की."
Then 16-year-old Matthew Walzer, who has Cerebral Palsy, wrote to Nike in 2012 saying he was disappointed no athletic brand had thought to create sneakers adapted for people with disabilities like him. (1/2) pic.twitter.com/fFiNMvVjry
— GoodNewsCorrespondent (@GoodNewsCorres1) February 2, 2021
इस स्नीकर के विकास के पीछे की कहानी ने नाइकी को सोशल मीडिया पर बहुत प्रशंसा और सद्भावना दिलाई है.
एक ट्विटर यूजर ने लिखा, "किसी ऐसे व्यक्ति के रूप में जिसे सेरेब्रल पाल्सी है, इसने मुझे भावुक कर दिया. यह संभव बनाने के लिए मैथ्यू और नाइकी को धन्यवाद. बस आश्चर्यजनक,"
एक और ने कहा, "क्या कमाल की कहानी है,"
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