वाशिंगटन:
अमेरिका में बीयर की बोतल का नाम हिंदू देवी काली के नाम पर रखने पर हिंदुओं की आलोचनाओं और यह मसला भारतीय संसद में उठने के बाद बीयर निर्माता कम्पनी ने माफी मांगी है। कम्पनी ने कहा है कि वह अपनी बीयर 'काली मां' का नाम बदलने के लिए तेजी से कदम उठा रही है।
ऑरेगोन के पोर्टलैंड स्थित बर्नसाइड ब्रीविंग कम्पनी ने बीयर पर लगी चिप्पी को तैयार किया है। इस चिप्पी पर चार भुजाओं वाली देवी काली को तीन कटे सिर के साथ दिखाया गया है।
कम्पनी ने अपने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के पन्ने पर कहा, "हिंदू समुदाय की प्रतिक्रियाओं को देखते हुए हमने स्कॉच बोनेट मिर्च एवं भारतीय मसालों से युक्त अपनी 'काली मां' बीयर को बाजार में न भेजने का निर्णय लिया है।"
कम्पनी ने कहा कि बर्नसाइड की मंशा किसी धर्म, जाति, मजहब अथवा किसी विशेष व्यक्ति का अपमान करने की कभी नहीं रही।
बर्नसाइड ब्रीविंग के मालिकों की ओर से कहा गया कि बीयर की बोतल का नाम 'काली मां' के नाम पर रखने का विचार उन्हें फिल्म 'इंडियाना जोन्स एंड द टेम्पल आफ डूम' से आया। फिल्म में जोन्स नाम के किरदार को 'ब्लैक स्लिप ऑफ काली मां' नाम की एक औषधि पीने के लिए बाध्य किया जाता है और इसे पीने के बाद वह मूर्छित हो जाता है।
कम्पनी ने कहा कि वह इस समय बीयर को दूसरे नाम से बाजार में उतारने के लिए तेजी से काम कर रही है।
कम्पनी ने कहा, "वे लोग जो बीयर का बेसब्री से इंतजार करते आए हैं, हम उनसे विनम्रतापूर्वक थोड़ा और इंतजार करने के लिए कहते हैं और उनसे भी जिन्हें हमने नाराज किया है, उनसे माफी मांगते हैं।"
वहीं, यह मसला मंगलवार को भारत के उच्च सदन में भी उठा। राज्यसभा में यह मसला मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उठाया। भाजपा ने हिंदुओं की भावनाएं आहत करने पर अमेरिकी राजदूत को तुरंत तलब कर उनसे शिकायत करने की मांग की।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, "संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार अमेरिका के साथ अच्छे सम्बंध होने का दावा करती है ..लेकिन क्या वहां कोई उत्पादन नीति नहीं है। क्या वे किसी अन्य मजहब के देवता को इस तरह दिखा सकते हैं।"
भाजपा सदस्य की मांग पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि वह विदेश मंत्री एसएम कृष्णा को इस बारे में शीघ्र सूचित करेंगे।
ऑरेगोन के पोर्टलैंड स्थित बर्नसाइड ब्रीविंग कम्पनी ने बीयर पर लगी चिप्पी को तैयार किया है। इस चिप्पी पर चार भुजाओं वाली देवी काली को तीन कटे सिर के साथ दिखाया गया है।
कम्पनी ने अपने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक के पन्ने पर कहा, "हिंदू समुदाय की प्रतिक्रियाओं को देखते हुए हमने स्कॉच बोनेट मिर्च एवं भारतीय मसालों से युक्त अपनी 'काली मां' बीयर को बाजार में न भेजने का निर्णय लिया है।"
कम्पनी ने कहा कि बर्नसाइड की मंशा किसी धर्म, जाति, मजहब अथवा किसी विशेष व्यक्ति का अपमान करने की कभी नहीं रही।
बर्नसाइड ब्रीविंग के मालिकों की ओर से कहा गया कि बीयर की बोतल का नाम 'काली मां' के नाम पर रखने का विचार उन्हें फिल्म 'इंडियाना जोन्स एंड द टेम्पल आफ डूम' से आया। फिल्म में जोन्स नाम के किरदार को 'ब्लैक स्लिप ऑफ काली मां' नाम की एक औषधि पीने के लिए बाध्य किया जाता है और इसे पीने के बाद वह मूर्छित हो जाता है।
कम्पनी ने कहा कि वह इस समय बीयर को दूसरे नाम से बाजार में उतारने के लिए तेजी से काम कर रही है।
कम्पनी ने कहा, "वे लोग जो बीयर का बेसब्री से इंतजार करते आए हैं, हम उनसे विनम्रतापूर्वक थोड़ा और इंतजार करने के लिए कहते हैं और उनसे भी जिन्हें हमने नाराज किया है, उनसे माफी मांगते हैं।"
वहीं, यह मसला मंगलवार को भारत के उच्च सदन में भी उठा। राज्यसभा में यह मसला मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उठाया। भाजपा ने हिंदुओं की भावनाएं आहत करने पर अमेरिकी राजदूत को तुरंत तलब कर उनसे शिकायत करने की मांग की।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, "संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार अमेरिका के साथ अच्छे सम्बंध होने का दावा करती है ..लेकिन क्या वहां कोई उत्पादन नीति नहीं है। क्या वे किसी अन्य मजहब के देवता को इस तरह दिखा सकते हैं।"
भाजपा सदस्य की मांग पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि वह विदेश मंत्री एसएम कृष्णा को इस बारे में शीघ्र सूचित करेंगे।