भारत में बनी ऐसी स्नाइपर राइफल, ट्रिगर दबाओ और 800 मीटर दूर बैठा दुश्मन हो जाएगा खल्लास

एक अकेला स्नाइपर ताकतवर दुश्मन पर भारी पड़ सकता है. स्नाइपर के पास दुनिया की सबसे बेहतरीन राइफल  होती है.

भारत में बनी ऐसी स्नाइपर राइफल, ट्रिगर दबाओ और 800 मीटर दूर बैठा दुश्मन हो जाएगा खल्लास

यह राइफल 800 मीटर तक मार सकती है.

खास बातें

  • ईशापुर आयुध फैक्टरी में बनाई गई है राइफल
  • जर्मनी में बनी राइफल से है काफी अच्छी
  • 800 मीटर तक कर सकती है मार
नई दिल्ली:

किसी भी देश की सेना या पुलिस में स्नाइपर की भूमिका बहुत अहम होती है. यह जिम्मेदारी जिसके पास भी होती वह एक सधा हुआ निशानेबाज होता है और एक जगह छुपकर दुश्मनों पर वार करता है. एक अकेला स्नाइपर ताकतवर दुश्मन पर भारी पड़ सकता है. स्नाइपर के पास दुनिया की सबसे बेहतरीन राइफल  होती है. भारत में अभी तक विदेशों से मंगाई गई रायफल ही स्नाइपर को दी जाती रही है. लेकिन बंगाल की ईशापुर आयुध फैक्टरी ने दुनिया की सबसे बेहतरीन राइफल बना ली है. इसको अब कोलकाता पुलिस अपने हथियार में शामिल करने जा रही है. भारत के स्नाइपर जर्मनी में बनी हेक्लर एंड कोच यानी एच एंड एन राइफल का इस्तेमाल करते रहे हैं. लेकिन ईशापुर में जो राइफल बनाई गई है उसकी कीमत जर्मनी की राइफल से एक तिहाई कम, काफी हल्की और दूर तक मारक क्षमता है. आज इस राइफल को फैक्टरी की ओर से लॉन्च कर दिया जाएगा.  इससे पहले इसी फैक्टरी में बनी इंसास राइफल का भारतीय सुरक्षाबल इस्तेमाल करते हैं इस राइफल ने कारगिल के युद्ध में बड़ी भूमिका निभाई थी.  

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क्या है खासियत इस नई राइफल की
7.62 एमएम की इस इस राइफल की कीमत  2.5 लाख रुपए है. इसका वजन 6.7 किलोग्राम है और 800 मीटर तक मार सकती है. वहीं जर्मनी की एच एंड की कीमत इससे तीन गुना ज्यादा है. इसका वजन 7.2 किलोग्राम है और 500 मीटर तक ही मार कर सकती है.

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बढ़ रही है इस राइफल की मांग
ईशापुर फैक्टरी में बनी इस राइफल की उपयोगिता देखते हुए इसकी मांग बढ़ती जा रही है. हरियाणा, राजस्थान और सीआरपीएफ ने इसके लिए ऑर्डर दे दिया है. इस बात की जानकारी रत्नेश्वर वर्मा  ने दी जो कि फैक्टरी के जनरल मैनेजर हैं.


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