हैदराबाद के रहने वाले इस व्यक्ति ने सोमवार को माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर टैक्सी सर्विस से अनुरोध किया था, "मुझे हिन्दू ड्राइवर ही चाहिए..."
और सिर्फ छह मिनट बाद ओला ने बेहद मजबूत रुख अपनाते हुए जवाब दिया, "माफ कीजिए, हम अपने ड्राइवरों में धर्म के आधार पर कोई भेद नहीं करते..."
बस, फिर क्या था... यह ख़बर लिखे जाने तक 'ओला कैब' की यह पोस्ट 700 से भी ज़्यादा बार री-ट्वीट की जी चुकी थी, और यह अनुरोध करने वाले महाशय को सभी तरफ से व्यंग्य बाणों और आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
इस पोस्ट के बाद 'ओला कैब' की तारीफ सबसे पहले उनके कड़े प्रतिद्वंद्वी 'उबर' ने ही की। उन्होंने लिखा, "अच्छा जवाब दिया, दोस्तों..."
इसके बाद, इस विवाद को जन्म देने वाले महाशय ने अपने अनुरोध का बचाव करने की भी कोशिश की, और कहा, "हम इसे भेदभाव समझने की जगह ग्राहक की पसंद के रूप में क्यों नहीं देख सकते..."
लेकिन, यह महाशय ट्विटर पर मौजूद लोगों को सहमत करने में नाकाम रहे, और चौतरफा आलोचनाओं से घिर गए... रोरोनोआ ज़ोरो ने ट्वीट किया, "@SVeerapaNaidu, मुझे उम्मीद है कि आप जानते हैं कि ओला कैब भी आपको सर्विस देने से मना कर सकते हैं, और उन्हें कर ही देना चाहिए..." एक अन्य सज्जन शेख रहमतुल्लाह ने लिखा, "दोस्त, क्या आप एयरलाइन से भी किसी खास धर्म का पायलट देने की मांग करते हो...?"
अंत में, उन महाशय को लिखना पड़ा, "मेरा इरादा किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं था..."