New Zealand MP Leads Traditional Dance: न्यूजीलैंड की सबसे युवा सांसद हाना-रावहिती करीरिकी मैपी-क्लार्क, जो पिछले साल संसद में अपने पहले भाषण के दौरान हाका करने के बाद वायरल हुई थीं, एक बार फिर पारंपरिक माओरी डांस करने और सदन के सत्र के दौरान एक विवादास्पद विधेयक की कॉपी फाड़ने के बाद फिर से चर्चा में हैं.
संधि सिद्धांत विधेयक पर वोट का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि 22 वर्षीय ते पाटी माओरी सांसद ने हाका करने से पहले कानून की एक कॉपी फाड़कर पार्लियामेंट सेशन को बाधित किया. उसके बाद सार्वजनिक गैलरी में लोग भी उसके साथ शामिल हो गए, जिससे स्पीकर गेरी ब्राउनली ने सदन को कुछ समय के लिए निलंबित कर दिया.
देश की केंद्र-दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार में एक जूनियर पार्टनर, ACT न्यूजीलैंड पार्टी पिछले हफ्ते विधेयक लेकर आई, जो वेटांगी की संधि के कुछ सिद्धांतों को बदलने की कोशिश करता है- एक ऐसा कदम जिसका कई माओरी विरोध कर रहे हैं.
1840 में ब्रिटिश क्राउन और 500 से ज़्यादा माओरी प्रमुखों के बीच पहली बार हस्ताक्षरित इस संधि में यह तय किया गया था कि दोनों पक्ष किस तरह शासन करने के लिए सहमत हुए थे. दस्तावेज़ में मौजूद धाराओं की व्याख्या आज भी कानून और नीति का मार्गदर्शन करती है. हालांकि, इस विधेयक को कई माओरी और उनके समर्थक देश के मूल निवासियों के अधिकारों को कमज़ोर करने वाला मानते हैं, जो 5.3 मिलियन की आबादी का लगभग 20% हिस्सा हैं.
यहां देखें वीडियो
????Unprecedented & simply magnificent. That time in Nov 2024 when a haka led by Aotearoa's youngest MP 22yo Hana-Rawhiti Kareariki Maipi-Clarke erupted in the House stopping the Treaty Principles Bill from passing its first reading, triggering the Speaker to suspend Parliament.… pic.twitter.com/pkI7q7WGlr
— Kelvin Morgan ???????? (@kelvin_morganNZ) November 14, 2024
जैसे ही प्रस्तावित विधेयक ने अपना पहला रिडिंग पारित किया, सैकड़ों लोग अपना विरोध दर्ज कराने के लिए न्यूज़ीलैंड के उत्तर से राष्ट्रीय राजधानी वेलिंगटन तक नौ दिवसीय मार्च या हिकोई पर निकल पड़े. गठबंधन के सहयोगी नेशनल पार्टी और न्यूज़ीलैंड फ़र्स्ट गठबंधन समझौते के हिस्से के रूप में तीन रिडिंग्स में से केवल पहले रिडिंग के ज़रिए ही इस विधेयक का समर्थन कर रहे हैं. दोनों पार्टियों ने कहा है कि, वे इसे कानून बनने का समर्थन नहीं करेंगे.
प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पेरू रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा, "आप 184 वर्षों की बहस और चर्चा को एक कलम के एक झटके से नकार नहीं सकते, वह भी ऐसे विधेयक के साथ जो मुझे लगता है कि बहुत सरल है."
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