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सांध्य अखबार 'अकीला' ने 1 अप्रैल को छापा था व्यंग्य
मंगलवार रात को सरकार के फैसले के बाद यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया
गुजरात में 'अप्रैल फूल' दिवस पर हर अखबार व्यंग्य प्रकाशित करता है
सांध्य अखबार 'अकीला' को अब इतने फोन आ रहे हैं कि वह परेशान है और उसे लोगों को बताना पड़ रहा है कि यह महज 'अप्रैल फूल' पर व्यंग्य था. यह व्यंग्य 1 अप्रैल, 2016 को प्रकाशित हुआ था और मंगलवार की रात को सरकार के निर्णय के बाद सोशल मीडिया पर यह वायरल हो गया.
अखबार के मालिक और संपादक किरीत गनात्रा ने कहा, 'हमने 1 अप्रैल को व्यंग्य के रूप में खबर प्रकाशित की थी कि 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट अमान्य हो जाएंगे. यह महज संयोग है कि खबर छह महीने बाद सच साबित हो गई.' गुजरात में ऐसी चलन है कि 'अप्रैल फूल' दिवस पर हर अखबार एक व्यंग्य प्रकाशित करता है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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