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This Article is From Nov 12, 2016

गुजराती अखबार का 'अप्रैल फूल' जोक था-500-1000 के नोट बंद होंगे, PM की घोषणा से सच हुआ

गुजराती अखबार का 'अप्रैल फूल' जोक था-500-1000 के नोट बंद होंगे, PM की घोषणा से सच हुआ
प्रतीकात्मक चित्र
राजकोट: राजकोट के एक सांध्य अखबार ने 'अप्रैल फूल' दिवस पर पाठकों के लिए एक व्यंग्य छापते हुए कहा था कि सरकार 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद कर देगी. सरकार ने जब से इन नोटों को अमान्य करार दिया है, तब से इस अखबार को काफी फोन आ रहे हैं.

सांध्य अखबार 'अकीला' को अब इतने फोन आ रहे हैं कि वह परेशान है और उसे लोगों को बताना पड़ रहा है कि यह महज 'अप्रैल फूल' पर व्यंग्य था. यह व्यंग्य 1 अप्रैल, 2016 को प्रकाशित हुआ था और मंगलवार की रात को सरकार के निर्णय के बाद सोशल मीडिया पर यह वायरल हो गया.

अखबार के मालिक और संपादक किरीत गनात्रा ने कहा, 'हमने 1 अप्रैल को व्यंग्य के रूप में खबर प्रकाशित की थी कि 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट अमान्य हो जाएंगे. यह महज संयोग है कि खबर छह महीने बाद सच साबित हो गई.' गुजरात में ऐसी चलन है कि 'अप्रैल फूल' दिवस पर हर अखबार एक व्यंग्य प्रकाशित करता है.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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