Global Handwashing Day 2018: खाना खाने और बनाने से पहले जरूरी है हाथ धोना
नई दिल्ली:
Global Handwashing Day (GHD) दुनिया भर में हर साल 15 अक्टूबर को मनाया जाता है. हर साल ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे की एक थीम होती है. इस बार की थीम हाथ धोने और खाना बनाने से संबंधित है, जिसमें खाने बनाने में सफाई और पोषण का ध्यान रखना भी शामिल है. दरअसल, सुरक्षित खाना बनाने का सीध संबंध हाथ धोने से है. अगर खाना अच्छी तरह हाथ धोकर बनाया जाए तो बीमारियों की रोकथाम करना और बच्चों को तंदरुस्त बनाना आसान हो जाता है. यहां पर हम आपको ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे के बारे में कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं:
क्रोनिक डायरिया के बारे में जानिए जरूरी बातें
1. ग्लोबल हैंडवॉशिंग पार्टनरशिप (GHP) ने स्वीडन में आयोजित वर्ल्ड वॉटर वीक में साल 2008 में Global Handwashing Day की शुरुआत की थी. इसका मकसद साबुन से हाथ धोने के प्रति जागरुकता फैलाना था.
2. पार्टनरिशप समिति के सदस्यों में कोलगेट-पामोलिव, FHI 360, प्रॉक्टर & गैंबल, UNICEF, Unilever और वर्ल्ड बैंक शामिल थे.
3. GHD के साथ मिलकर हाथ धोने की आदतों को लेकर कई रिसर्च की गईं. साल 2011 में अमेरिका और कनाडाई लोगों पर की गई एक रिसर्च में सामने आया कि वहां के लोग हाथ धोते वक्त साबुन का इस्तेमाल नहीं करते हैं.
4. Global Handwashing Day का लक्ष्य लोगों को हाथ धोने के फायदों के प्रति जागरुक करना है. इसके साथ ही लोगों में हाथ धोने की संस्कृति का विकास करना भी इसका मकसद है.
खांसी में बेहद फायदेमंद है लेमनग्रास
5. Global Handwashing Day के तहत हर साल कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. वृहद् स्तर हाथ पर हैंडवॉशिंक कार्यक्रम चलाने वाले मध्य प्रदेश का नाम 2014 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था.
6. Global Handwashing Day की टैगलाइन है- 'Clean hands – a recipe for health.' यानी कि स्वच्छ हाथों से ही सेहत बन सकती है.
7. खाना खाने से पहले, खाना बनाने से पहले और दूसरों को खिलाने से पहले हाथ जरूर धोएं.
8. अच्छी तरह हाथ नहीं धोने की वजह से सांस और आंत से संबंधित कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.
9. अगर हाथ धोने की आदत हो तो डायरिया और निमोनिया जैसी बीमारियों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है.
10. अगर आप भी Global Handwashing Day पर अपना योगदान देना चाहते हैं तो लोगों के सामने हाथ धोने की अच्छी आदत के जरिए उदाहरण पेश करें. साथ ही दूसरों को भी बताएं कि खाना खाने से पहले हाथ धोना बेहद जरूरी है.
क्रोनिक डायरिया के बारे में जानिए जरूरी बातें
1. ग्लोबल हैंडवॉशिंग पार्टनरशिप (GHP) ने स्वीडन में आयोजित वर्ल्ड वॉटर वीक में साल 2008 में Global Handwashing Day की शुरुआत की थी. इसका मकसद साबुन से हाथ धोने के प्रति जागरुकता फैलाना था.
2. पार्टनरिशप समिति के सदस्यों में कोलगेट-पामोलिव, FHI 360, प्रॉक्टर & गैंबल, UNICEF, Unilever और वर्ल्ड बैंक शामिल थे.
3. GHD के साथ मिलकर हाथ धोने की आदतों को लेकर कई रिसर्च की गईं. साल 2011 में अमेरिका और कनाडाई लोगों पर की गई एक रिसर्च में सामने आया कि वहां के लोग हाथ धोते वक्त साबुन का इस्तेमाल नहीं करते हैं.
4. Global Handwashing Day का लक्ष्य लोगों को हाथ धोने के फायदों के प्रति जागरुक करना है. इसके साथ ही लोगों में हाथ धोने की संस्कृति का विकास करना भी इसका मकसद है.
खांसी में बेहद फायदेमंद है लेमनग्रास
5. Global Handwashing Day के तहत हर साल कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. वृहद् स्तर हाथ पर हैंडवॉशिंक कार्यक्रम चलाने वाले मध्य प्रदेश का नाम 2014 में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था.
6. Global Handwashing Day की टैगलाइन है- 'Clean hands – a recipe for health.' यानी कि स्वच्छ हाथों से ही सेहत बन सकती है.
7. खाना खाने से पहले, खाना बनाने से पहले और दूसरों को खिलाने से पहले हाथ जरूर धोएं.
8. अच्छी तरह हाथ नहीं धोने की वजह से सांस और आंत से संबंधित कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.
9. अगर हाथ धोने की आदत हो तो डायरिया और निमोनिया जैसी बीमारियों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है.
10. अगर आप भी Global Handwashing Day पर अपना योगदान देना चाहते हैं तो लोगों के सामने हाथ धोने की अच्छी आदत के जरिए उदाहरण पेश करें. साथ ही दूसरों को भी बताएं कि खाना खाने से पहले हाथ धोना बेहद जरूरी है.
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