NASA ने खोजा नया ग्रह (NASA आर्टिस्ट क कॉन्सेप्ट इमेज)
ब्रह्मांड में पृथ्वी जैसा ग्रह ढूंढ रहे खगोल वैज्ञानिकों में अब तक की सबसे बड़ी उम्मीद जगी है। वैज्ञानिकों ने धरती की तरह दिखने वाले एक और ग्रह को खोज निकालने का दावा किया है जो पृथ्वी से 60 फीसदी बड़ा है। इस ग्रह पर जीवन की संभावना पहले खोजे गए ग्रहों पर उपलब्ध संभावनाओं के मुकाबले बेहद ज्यादा बताई जा रही है। NASA ने इसका नाम रखा गया है Earth 2.0 । नासा के केपलर अंतरिक्ष दूरबीन के ज़रिए इसकी खोज की गई है और इसलिए इसे केपलर 452बी (Kepler 452b) भी कहा जा रहा है।
जीवन की संभावना बलवती
नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस ग्रह पर सक्रिय ज्वालामुखी, समुद्र तो हैं ही, सूरज जैसी रोशनी भी मौजूद है। हमारे ग्रह से दोगुना ज्यादा गुरुत्वाकर्षण है और इस ग्रह पर एक साल की अवधि 385 दिनों की है। नासा का कहना है कि इस ग्रह पर धरती जैसी नई दुनिया में जीने की पर्याप्त परिस्थितियां मौजूद हैं। यह ग्रह G-2 जैसे सितारे की परिक्रमा कर रहा है। G-2 तारा भी सूर्य के जैसा है।
न ज्यादा गर्म है, न ज्यादा ठंडा
वॉशिंगटन में नासा के साइंस मिशन डायरेक्टोरेट के असोसिएट एडमिनिसट्रेटर जॉन ग्रनफील्ड ने इस ग्रह के बारे में घोषणा करते हुए कहा कि यह अब तक का सबसे करीबी ग्रह है। वैसे तो नासा पहले ही जीवन की संभावना बलवती करते ग्रहों के बारे में ऐलान करता रहा है लेकिन ये ग्रह या तो बहुत गर्म होते थे या फिर वहां की धरती जीवन की संभावनाओं के लिए अनुकूल स्थिति के मुताबिक नहीं होती थी। यूएस स्पेस एजेंसी ने बताया कि यह ग्रह न तो ज्यादा गर्म है और न ही ज्यादा ठंडा। इस ग्रह को यूएस की जिस स्पेस एजेंसी केपलर स्पेस टेलिस्कोप ने खोजा है वह 2009 से दूसरी दुनिया की खोज में लगी हुई है।
जीवन की संभावना बलवती
नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस ग्रह पर सक्रिय ज्वालामुखी, समुद्र तो हैं ही, सूरज जैसी रोशनी भी मौजूद है। हमारे ग्रह से दोगुना ज्यादा गुरुत्वाकर्षण है और इस ग्रह पर एक साल की अवधि 385 दिनों की है। नासा का कहना है कि इस ग्रह पर धरती जैसी नई दुनिया में जीने की पर्याप्त परिस्थितियां मौजूद हैं। यह ग्रह G-2 जैसे सितारे की परिक्रमा कर रहा है। G-2 तारा भी सूर्य के जैसा है।
न ज्यादा गर्म है, न ज्यादा ठंडा
वॉशिंगटन में नासा के साइंस मिशन डायरेक्टोरेट के असोसिएट एडमिनिसट्रेटर जॉन ग्रनफील्ड ने इस ग्रह के बारे में घोषणा करते हुए कहा कि यह अब तक का सबसे करीबी ग्रह है। वैसे तो नासा पहले ही जीवन की संभावना बलवती करते ग्रहों के बारे में ऐलान करता रहा है लेकिन ये ग्रह या तो बहुत गर्म होते थे या फिर वहां की धरती जीवन की संभावनाओं के लिए अनुकूल स्थिति के मुताबिक नहीं होती थी। यूएस स्पेस एजेंसी ने बताया कि यह ग्रह न तो ज्यादा गर्म है और न ही ज्यादा ठंडा। इस ग्रह को यूएस की जिस स्पेस एजेंसी केपलर स्पेस टेलिस्कोप ने खोजा है वह 2009 से दूसरी दुनिया की खोज में लगी हुई है।