क्या आपने कभी किसी से अपने घर को खिसकाते हुए सुना है, आपको ये बात बेहद अजीब लगेगी की भला कोई अपना घर खिसका कैसे सकता है. लेकिन, न्यूजीलैंड में रह रहे भारतीय मूल के शख्स के साथ एक ऐसी ही घटना सामने आई है. दरअसल, न्यूजीलैंड (New Zealand) में रह रहे भारतीय मूल के दीपक लाल (Deepak Lal) एक अजीब तरह के सम्पत्ति विवाद में फंस गए हैं. ऑकलैंड (Auckland) स्थित उनके घर के बगल की प्रॉपर्टी के मालिक ने सवाल उठाया है. आपत्ति जताने वाले प्रॉपर्टी मालिक ने दीपक लाल को हर्जाना देने या फिर अपना घर एक मीटर पीछे हटाने के लिए कहा है. हर्जाने की राशि भारतीय मुद्रा में 1.5 करोड़ से ज्यादा की है.
ऑकलैंड का एक प्रॉपर्टी डेवलपर C94 डेवलपमेंट (C94 Development), लाल के खिलाफ निर्माण में गलती के चलते केस दायर करने की तैयारी कर रहा है. रिपोर्ट्स बताती हैं, कि लाल के घर की कानूनी जगह और असल निर्माण में एक मीटर का अंतर है. लाल ने पापाकुरा (Papakura) के पिनेकल होम्स (Pinnacle Homes) को अपना घर डिजाइन करने और बनाने का काम 2020 के मध्य में सौंपा था. जब कंपनी घर का निर्माण पूरा कर ही रही थी, तब डेवलपर ने उन्हें इस समस्या के बारे में जानकारी दी. इसके बाद से ही निर्माण कार्य रोक दिया गया था.
अब डेवलपर का कहना है, कि लाल या तो अपना घर 1 मीटर पीछे हटाएं या हर्जाने का 3 लाख 15 हजार डॉलर दें. वहीं, लाल के वकील ने पिनेकल होम्स और एचक्यू डिजाइन्स को सितंबर 2020 में नोटिस भेजा था. इसमें सर्वेयर का भी जिक्र किया गया था, जिसने निर्माण स्थल की जांच की थी. पिनेकल होम्स में प्रोजेक्ट मैनेजर जॉनी भट्टी कहते हैं, कि उनकी कंपनी और सर्वेयर ने प्लान के तहत काम किया और अब इस मामले की जिम्मेदारी एचक्यू डिजाइन्स और काउंसिल की है.
उन्होंने घर को रीलोकेट करने की इच्छा भी जाहिर की है. हालांकि, उन्होंने बताया है कि इसमें 1 लाख 50 हजार डॉलर का खर्च आएगा. वहीं, एचक्यू डिजाइन्स के निखिल कुमार का कहना है कि उनके वकील लाल और पिनेकल होम्स के साथ बातकर मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं. जबकि, C94 डेवलपमेंट के ब्रूस वॉन्ग का कहना है कि पार्टियों को जल्द हल निकालना होगा, क्योंकि इससे उन्हें प्रॉपर्टी बेचने में दिक्कत आ रही है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि, 'अगर मामला सुलझाया नहीं गया, तो दायित्व हर महीने बढ़ता रहेगा.'
लाल का कहना है, कि वे बस इस परेशानी से छुटकारा पाना चाहते हैं. वे कहते हैं कि उनके लिए यह निर्माण एक बुरे सपने की तरह है और कई बार वे आधी रात में जागकर यही सोचते हैं कि इस मामले से कैसे निपटेंगे. उन्होंने कहा, कि एचक्यू डिजाइन ने निर्माण के लिए अनुमति मांगी थी, जिसे ऑकलैंड काउंसिल ने मंजूर किया था, ऐसे में यह जिम्मेदारी उनकी ही बनती है. लाल ने कहा, कि इस मामले में सभी लोग एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.
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