
चीन ने दुनिया का सबसे ऊंचा एयर प्योरिफायर बनाया है.
- चीन ने दुनिया का सबसे ऊंचा एयर प्योरिफायर बनाया है.
- टॉवर के लगने के बाद झियान के 10 किलोमीटर के दायरे में सुधार हुआ है.
- टॉवर में क्षमता है कि वो 10 मिलियन क्यूबिक मीटर की हवा को ठीक कर सकता है.
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नई दिल्ली:
दिल्ली में स्मॉग लोगों की सबसे बड़ी परेशानी बन चुका है. जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है. जैसे हालात दिल्ली में हैं वैसे ही स्थिति चीन में भी है. चीन स्मॉग से काफी परेशान है. वो शुद्ध हवा के लिए कुछ न कुछ करता रहता है. क्योंकि जहरीली हवा वहां बढ़ती जा रही है. अब चीन ने वो कर दिखाया है जो दिल्ली नहीं कर पाया. चीन ने स्मॉग से बचने के लिए तगड़ा जुगाड़ निकाला है और इसका असर भी देखने को मिला है. चीन ने दुनिया का सबसे ऊंचा एयर प्योरिफायर बनाया है. इस प्योरिफायर की ऊंचाई 330 फीट है. आइए जानते हैं कैसे स्मॉग को खत्म करेगा ये...
South China Morning Post की खबर के मुताबिक, इंस्टीट्यूट ऑफ अर्थ एनवॉर्नमेंट के साइंटिस्ट इस टॉवर का टेस्ट कर रहे हैं. इस टॉवर को झियान शहर में लगाया गया है. इस रिसर्च के हेड काओ जुंजी ने बताया- ''टॉवर के लगने के बाद झियान के 10 किलोमीटर के दायरे में सुधार हुआ है. हवा की क्वालिटी अच्छी हो गई है. टॉवर में क्षमता है कि वो 10 मिलियन क्यूबिक मीटर की हवा को ठीक कर सकता है.'' उन्होंने दावा किया है कि टॉवर लगने के बाद 1 करोड़ क्यूबिक मीटर हवा साफ हो चुकी है.

कैसे करता है काम
ये एयर प्योरिफायर की दिन के वक्त बिना बिजली के काम करता है. ग्रीन हाउसेस के जरिए इसका इस्तेमाल होता है. इसे बनाने वालों ने 2014 में इसके लिए पैटेंट एप्लीकेशन दी थी. बता दें, दिल्ली भी स्मॉग से परेशान है. दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग से निपटने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने एंटी स्मॉग गन का ट्रायल शुरू किया था. पिछले महीने ही इसकी टेस्टिंग हुई थी. चीन में भी एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल होता है. इस गन की कीमत 20 लाख रुपये है.
South China Morning Post की खबर के मुताबिक, इंस्टीट्यूट ऑफ अर्थ एनवॉर्नमेंट के साइंटिस्ट इस टॉवर का टेस्ट कर रहे हैं. इस टॉवर को झियान शहर में लगाया गया है. इस रिसर्च के हेड काओ जुंजी ने बताया- ''टॉवर के लगने के बाद झियान के 10 किलोमीटर के दायरे में सुधार हुआ है. हवा की क्वालिटी अच्छी हो गई है. टॉवर में क्षमता है कि वो 10 मिलियन क्यूबिक मीटर की हवा को ठीक कर सकता है.'' उन्होंने दावा किया है कि टॉवर लगने के बाद 1 करोड़ क्यूबिक मीटर हवा साफ हो चुकी है.

कैसे करता है काम
ये एयर प्योरिफायर की दिन के वक्त बिना बिजली के काम करता है. ग्रीन हाउसेस के जरिए इसका इस्तेमाल होता है. इसे बनाने वालों ने 2014 में इसके लिए पैटेंट एप्लीकेशन दी थी. बता दें, दिल्ली भी स्मॉग से परेशान है. दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग से निपटने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने एंटी स्मॉग गन का ट्रायल शुरू किया था. पिछले महीने ही इसकी टेस्टिंग हुई थी. चीन में भी एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल होता है. इस गन की कीमत 20 लाख रुपये है.
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