लंदन:
क्या आपका बच्चा लगातार रोता रहता है और सोने तथा खाने-पीने में दिक्कतें करता है? यदि ऐसा है तो सावधान हो जाइए, क्योंकि वैज्ञानिकों का कहना है कि बड़े होने पर इस प्रकार का चिड़चिड़ा स्वभाव व्यवहारगत समस्या का कारण बन सकता है। स्विस और जर्मन शोधकर्ताओं के एक दल ने पाया कि चिड़चिड़े और हर वक्त रोना-धोना मचाए रखने वाले बच्चों के बड़ा होने पर समस्याग्रस्त बच्चा बनने की 40 फीसदी आशंका रहती है। ऐसे बच्चे बड़े होकर असभ्य व्यवहार करते हैं और एटेंशन डेफिसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर (एडीएचडी) के शिकार हो सकते हैं। 'डेली मेल' में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। एडीएचडी में कई प्रकार की व्यवहारगत समस्याएं आती हैं, जिनमें ध्यान केंद्रित करने में विफलता, बेचैनी, आक्रामकता तथा गुस्सा आदि शामिल हैं। इसके लिए बच्चों को कुछ दवाएं और विशेष प्रकार के शिक्षण प्रशिक्षण की जरूरत पड़ती है। अपने शोध के लिए वारविक यूनिवर्सिटी और बासेल यूनिवर्सिटी (स्विट्जरलैंड) तथा जर्मनी की यूनिवर्सिटी ऑफ बोछम के शोधकर्ताओं ने 1987 से लेकर 2006 के बीच के 22 शोध पत्रों का अध्ययन किया, जिनमें 16,848 बच्चे शामिल थे।
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