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This Article is From Jul 20, 2012

गिलानी के बेटे ने उनके इस्तीफे से रिक्त सीट से संसदीय चुनाव जीता

गिलानी के बेटे ने उनके इस्तीफे से रिक्त सीट से संसदीय चुनाव जीता
लाहौर: पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के नेता यूसुफ रजा गिलानी के पुत्र अब्दुल कादिर गिलानी ने पंजाब प्रांत में उस संसदीय सीट से चुनाव जीत लिया है जो सीट पिछले माह गिलानी को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य घोषित किए जाने के बाद दिए उनके इस्तीफे से रिक्त हुई थी।

मीडिया की खबरों के अनुसार, अब्दुल कादिर गिलानी ने परिवार के परंपरागत गढ़ मुल्तान में हुआ उपचुनाव 64,628 मत हासिल कर जीत लिया है। उनके निकटतम प्रतिद्वन्द्वी और पीएमएल.एन तथा पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ समर्थित प्रत्याशी शौकत बोसन को कड़ी टक्कर में 60,532 वोट ही मिल सके।

पर्यवेक्षकों ने कहा कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले फिर से खोलने से इनकार के चलते सुप्रीम कोर्ट द्वारा गिलानी को अवमानना का दोषी ठहराकर अयोग्य घोषित करने तथा भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद पीपीपी नीत सरकार में बढ़ते असंतोष को देखते हुए अब्दुल कादिर गिलानी की यह जीत महत्वपूर्ण है।

बहरहाल, उन्होंने कहा कि गिलानी के बेटे ने केवल 4000 मतों से ही चुनाव जीता है जो पंजाब में पीपीपी विरोधी ताकतों पीएमएल.एन और इमरान खान नीत पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ जैसी पार्टियों के बोसन को दिए गए समर्थन को भी जाहिर करता है।

अब्दुल कादिर गिलानी ने कहा, आज जनता ने अपना फैसला दिया है। उन्होंने उन ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया है जिन्होंने मेरे पिता को हटाया। लोकतंत्र विरोधी ताकतों को चाहिए कि वह पीपीपी के खिलाफ साजिश रचना बंद करें क्योंकि यह अब भी देश में सर्वाधिक लोकप्रिय पार्टी है। तीन सप्ताह के प्रचार में गिलानी ने अन्य राजनीतिक दलों की तुलना में न्यायपालिका को अधिक निशाना बनाया।

उन्होंने कहा, आज लोग यह साफ कर चुके हैं कि उन्होंने उसके (न्यायपालिका के) फैसले को पसंद नहीं किया। पीपीपी के अंदरूनी सूत्रों की राय है कि आज के उपचुनाव को पीपीपी और प्रधान न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी की अगुवाई वाली सर्वोच्च न्यायपालिका तथा दक्षिणपंथी पार्टियों के बीच चुनाव कहना अधिक बेहतर होगा।

मुख्य धारा की किसी अन्य पार्टी ने गिलानी के पुत्र के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारा लेकिन पीएमएल.एन और जमात-ए-इस्लामी आदि ने बोसन को समर्थन दिया।

बोसन पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ के नेता सिकंदर बोसन के भाई हैं। बोसन के पोस्टरों में इमरान खान, नवाज शरीफ, पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ और जमात-ए-इस्लामी के अध्यक्ष मुनव्वर हसन आदि के फोटो बताते थे कि उन्हें इन नेताओं का समर्थन प्राप्त है। पीएमएल.एन के प्रवक्ता परवेज राशिद ने कहा, हम बोसन को इसलिए समर्थन दे रहे हैं क्योंकि हम चाहते हैं कि वह और उनके भाई पीएमएल..एन में आ जाएं और हमारी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ें।

इमरान खान ने हालांकि घोषणा की थी कि वह किसी अन्य दल से गठबंधन नहीं करेंगे लेकिन पर्यवेक्षकों का कहना है कि पीएमएल..एन और तहरीक-ए-इन्साफ के बीच, उपचुनाव के लिए एक तरह से गठबंधन था।

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