प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत ने अपनी नीतियों को पारदर्शी और स्पष्ट बनाया है तथा कारोबार के लिए प्रक्रियाओं को स्पष्ट तरीके से पारिभाषित किया है।
सिडनी के लिए रवाना होने से पहले आज सुबह ऑस्ट्रेलिया के कारोबारी जगत की हस्तियों के साथ नाश्ते पर मुलाकात के दौरान मोदी ने कहा, 'हमने अपनी नीतियों को पारदर्शी एवं स्पष्ट बनाया है। हमने अपनी प्रक्रियाओं को स्पष्ट तरीके से पारिभाषित एवं सुगम किया है।' प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का ध्यान अनावश्यक कानूनों और नियमों को खत्म करने, प्रक्रियाओं को आसान एवं संक्षिप्त बनाने तथा सरकार की पारदर्शिता सुनिश्चित करने पर है।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सुशासन बदलाव का शुरुआती बिंदु है और यह कारोबार के लिए भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना कि आम नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आप लोग भारत में एक बदलाव देखेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'आप न सिर्फ अवसरों को साझेदारी में बदलने में समर्थ होंगे बल्कि आप यह काम एक ऐसे माहौल में कर पाएंगे जो कारोबार करने के लिहाज से अनुकूल एवं सुगम है।' मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने भारत में उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए 'मेक इन इंडिया' के रूप में एक नया अभियान शुरू किया है।
प्रधानमंत्री ने इन लोगों को भारत में 100 स्मार्ट शहरों के निर्माण, 50 मेट्रो परियोजनाओं और 500 अन्य शहरों के लिए आधुनिक कचरा प्रबंधन व्यवस्था की अपनी योजनाओं के बारे में भी बताया।
उन्होंने अपनी अन्य परियोजनाओं के बारे में भी जिक्र किया, जिनमें वर्ष 2019 तक सब तक किफायती स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने और सबके लिए साफ-सफाई का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ-साथ इन परियोजनाओं में वर्ष 2022 तक सबको रहने के लिए घर एवं हर घर में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य भी शामिल है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में कई व्यापार अभियान भेजने के लिए क्वींसलैंड की सराहना भी की। उन्होंने कहा, 'इसी सितंबर, गुजरात की राजधानी गांधीनगर में क्वींसलैंड-गुजरात ऊर्जा गोलमेज सम्मेलन हुआ था। मैं स्वाभाविक तौर पर इस बात से खुश हूं कि क्वींसलैंड अपनी बुनियादी ढांचा क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए जनवरी 2015 में ‘वाइब्रेंट गुजरात’ में भागीदारी करेगा।'
उन्होंने कहा, 'मैं जानता हूं कि आप गुजरात को लेकर पक्षपाती नहीं हैं बल्कि आप कोलकाता, दिल्ली और अन्य स्थानों पर भी अपने प्रतिनिधिमंडल भेज रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'ऊर्जा दक्षता के लिए स्वच्छ ऊर्जा पर, खास तौर पर सौर ऊर्जा पर जोर है।'
उन्होंने राज्य में कोयला खनन में 16 अरब डॉलर के निवेश की अनुमति देने के लिए भी ऑस्ट्रेलियाई प्रांत की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि आपूर्ति श्रृंखला के बुनियादी ढांचे एवं खाद्य प्रसंस्करण के विकास के लिए कृषि उत्पादकता सुधारने और उपज बढ़ाने की बात कही। इसके लिए उन्होंने समेकित भागीदारी वाले संयुक्त अनुसंधान की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने सूचना एवं संचार तकनीक के क्षेत्र में मजबूत सहक्रियाओं की जरूरत पर भी जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने जीवन के सभी क्षेत्रों और क्वींसलैंड एवं भारत के बीच कारोबार में सूचना एवं संचार तकनीक के बढ़ते अनुप्रयोगों पर भी जोर दिया।
उन्होंने पर्यटन के क्षेत्र में क्वींसलैंड की सफलता की सराहना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारतीय निवेशक आपके साथ साझेदारी करना चाहेंगे क्योंकि ज्यादा से ज्यादा भारतीय आपके राज्य की अद्भुत सुंदरता और मेहमाननवाजी के प्रति आकर्षित हैं।'
उन्होंने बढ़ती शहरी आबादी के लिए स्मार्ट, टिकाऊ, आवास योग्य शहरों की भारत की महत्वाकांक्षी योजनाओं में भागीदारी के लिए क्वींसलैंड को आमंत्रित किया।
अपने भाषण का समापन करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध व्यापक हैं। इन संबंधों में आर्थिक सहयोग, बढ़ती सुरक्षा एवं सामरिक साझेदारी और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बढ़ता सहयोग शामिल है, जो कि हमारे क्षेत्र में शांति, स्थिरता एवं समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण हैं।
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