
सीरिया के विभिन्न शहरों में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. एक अस्पताल में आंसू रोकते हुए ओसामा अब्देल हमीद ने सोमवार को आए भूकंप को याद किया. वो भूकंप जिसके कारण उसका घर ध्वस्त हो गया और पड़ोसियों समेत उनके सैकड़ों हमवतन की जान चली गई.
अब्देल हामिद ने उत्तर-पश्चिमी इदलिब प्रांत के अल-रहमा अस्पताल में जहां उसका इलाज चल रहा था एएफपी को बताया कि हम गहरी नींद में थे, जब भूकंप के झटके महसूस हुए. बता दें कि 7.8 की तीव्रता से आए भूकंप जिसका केंद्र तुर्की के गाज़ियांटेप शहर के पास था, ने तुर्की और युद्ध से जूझ रहे सीरिया के कई शहरों को तबाह कर दिया. अधिकारियों ने संयुक्त मौत की संख्या 1,900 से अधिक बताई है.
अब्देल हामिद ने बताया कि जब तुर्की से लगे सीरिया की सीमा के पास अज़मरीन का गांव स्थित उनके घर में उन्हें भूकंप के झटके महसूस हुए तो वो जगे और अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दरवारे की ओर भागे. उन्होंने कहा, "हमने जैसे ही दरवाजा खोला, अचानक से पूरी इमारत ध्वस्त हो गई."
कुछ ही पलों में अब्देल हामिद ने खुद को उस चार मंजिला इमारत के मलबे के नीचे पाया. उनके सारे पड़ोसियों की मौत हो चुकी थी. केवल वे ही अपने परिवार के सुरक्षित बच निकले. हामिद ने कहा, "दीवार हमारे ऊपर गिरा, लेकिन मेरा बेटा बच निकलने में सफल रहा. वो चिल्लाने लगा, जिससे आसपास के लोग इकट्ठा हो गए, यह सोचकर कि वहां लोग जीवित हैं. उन्होंने हमें मलबे के नीचे से निकाला."
उन्हें तुर्की की सीमा से लगे दक्षिण में कई किलोमीटर दूर एक शहर डार्कश में अस्पताल ले जाया गया. उक्त अस्पताल को जल्द ही अपनी क्षमता से कहीं अधिक रोगियों को एडमिट पड़ा. इन में से कम से कम 30 मृत थे.
एएफपी के एक फोटोग्राफर ने अल-रहमा में एक के बाद एक कई एंबुलेंस को आते देखा, जिसमें कई बच्चे भी थे. अस्पताल के जनरल सर्जन माजिद इब्राहिम ने कहा, "स्थिति खराब है", जहां देर सुबह तक करीब 150 लोग भूकंप में घायल हो गए थे.
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