कौन है मैक्स अज़ारेलो? जिसने ट्रंप ट्रायल के दौरान कोर्ट के बाहर खुद को लगाई आग

ट्रंप का यह मामला पोर्न फिल्‍मों की एक्‍ट्रेस स्‍टार्मी डेनियल्‍स से जुड़ा है. आरोप है कि ट्रंप का स्‍टार्मी से अफेयर था और इसकी जानकारी को छुपाने के लिए उन्‍होंने वर्ष 2016 में डेनियल्‍स को एक लाख 30 हजार डॉलर की राशि का भुगतान किया था.

कौन है मैक्स अज़ारेलो? जिसने ट्रंप ट्रायल के दौरान कोर्ट के बाहर खुद को लगाई आग

अज़ारेलो जीवित है लेकिन उसकी हालत गंभीर है.

शुक्रवार को न्यूयॉर्क कोर्ट हाउस के बाहर खुद को आग लगाने वाले व्यक्ति की पहचान 37 वर्षीय मैक्स अज़ारेलो के रूप में हुई है. मैक्स अज़ारेलो ने उस समय खुद को आग लगा दी थी, जब डोनाल्ड ट्रंप के ‘हश-मनी' मुकदमे की सुनवाई कोर्ट में चल रही थी. घटनास्थल पर मौजूद गवाहों के अनुसार मैक्स अज़ारेलो ने खुद को आग लगाने से पहले हवा में पर्चे (पैम्फलेट) फेंके थे. आग लगने के बाद मैक्स अज़ारेलो कई मिनट तक जलता रहा था. फिलहाल वो जीवित है लेकिन उसकी हालत गंभीर है.

जानकारी के अनुसार मैक्स अज़ारेलो फ्लोरिडा से न्यूयॉर्क आया था. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जोसेफ केनी ने कहा उसके पास लगभग एक षड्यंत्र थ्योरी प्रकार के पैम्फलेट थे, पोंजी योजनाओं के संबंध में कुछ जानकारी थी. पैम्फलेट में "द पोंजी पेपर्स" नामक समाचार पत्र का लिंक शामिल थे, जिसमें अज़ारेलो ने क्रिप्टो अरबपतियों, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन से जोड़ने वाले कई थ्योरी साझा की थी.

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मैक्स अज़ारेलो ने खुद को आग लगाने से पहले एक पोस्ट लिखा था, जिसमें उसने कहा है,  "मेरा नाम मैक्स अज़ारेलो है, और मैं एक खोजी शोधकर्ता हूं जिसने मैनहट्टन में ट्रम्प परीक्षण के बाहर खुद को आग लगा ली है. हम एक अधिनायकवादी धोखाधड़ी के शिकार हैं".

अज़ारेलो की एक तस्वीर भी सामने आई है, जो कि आत्मदाह से कुछ दिन पहले की है. ये तस्वीर उसी अदालत के बाहर विरोध प्रदर्शन की है, जहां उसने खुद को आग लगाई. उसके हाथ में एक बोर्ड भी था जिसमें लिखा था, "ट्रम्प बाइडेन के साथ हैं और वे हमारा तख्तापलट करने वाले हैं."

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बिल क्लिंटन के साथ अज़ारेलो की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर सामने आई है. बता दें क्लिंटन उन 100 प्रभावशाली लोगों में से एक हैं जिन पर अज़ारेलो ने एक साजिश सिद्धांत से भरे मामले में मुकदमा दायर किया था. जिसे पिछले साल अदालत ने खारिज कर दिया था.

‘हश-मनी' मुकदमा हुआ शुरू

बता दें डोनाल्ड ट्रंप का ऐतिहासिक ‘हश-मनी' मुकदमा सोमवार को शुरू हो गया है. जिससे वह अमेरिकी इतिहास में आपराधिक मामले का सामना करने वाले पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए, जिससे नवंबर में होने वाले चुनाव में उनकी उम्‍मीदवारी को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. ट्रंप का यह मामला पोर्न फिल्‍मों की एक्‍ट्रेस स्‍टार्मी डेनियल्‍स से जुड़ा है. आरोप है कि ट्रंप का स्‍टार्मी से अफेयर था और इसकी जानकारी को छुपाने के लिए उन्‍होंने वर्ष 2016 में डेनियल्‍स को एक लाख 30 हजार डॉलर की राशि का भुगतान किया था. डेनियल्स के साथ संबंध होने से ट्रंप इनकार करते रहे हैं. 

वहीं पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘हश-मनी' मामले की सुनवाई शुरू होने से कुछ दिनों पहले इसे केस को "बुरी नीयत से फंसाने की कोशिश" करार देते हुआ कहा था कि "मैं गवाही दे रहा हूं. मैं सच बताता हूं. मेरा मतलब है, मैं केवल सच बता सकता हूं और सच्चाई यह है कि कोई मामला नहीं है.

12 प्राथमिक जूरी सदस्यों और छह वैकल्पिक सदस्य पहले परीक्षण में सबूतों पर विचार करेंगे ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति कानून तोड़ने के दोषी है या नहीं. जूरी में सात पुरुष और पांच महिलाएं शामिल हैं.

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