इस्लामाबाद:
पाकिस्तानी तालिबान ने गुरूवार को धमकी दी कि रोहिंग्या मुस्लिमों को निशाना बनाने का बदला लेने के लिए वे म्यामां पर हमला कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने इस्लामाबाद को वहां की सरकार से संबंध खत्म करने और यहां उसके दूतावास को बंद करने की भी मांग की।
प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान ने खुद को म्यामां में मुस्लिमों का संरक्षक बताया और एक बयान में कहा कि ‘हम आपके खून का बदला लेंगे।’ तालिबान के प्रवक्ता एहशानुल्ला एहसान ने मांग की है कि पाकिस्तान की सरकार म्यामां से संबंध खत्म कर ले और इस्लामाबाद में उसका दूतावास बंद कर दे।
एहसान ने एक बयान में कहा, ‘हम न केवल बर्मा के हितों को चोट पहुंचाएंगे बल्कि बर्मा के पाकिस्तानी (मित्रों) पर भी हमला करेंगे।’ म्यामां के दूतावास से कोई जवाब नहीं आया है और टिप्पणी के लिए इसके अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका। संभवत: पहली बार टीटीपी ने ऐसे मुद्दे पर टिप्पणी की है जो पाकिस्तान और अफगानिस्तान का नहीं है।
प्रतिबंधित तहरीक ए तालिबान ने खुद को म्यामां में मुस्लिमों का संरक्षक बताया और एक बयान में कहा कि ‘हम आपके खून का बदला लेंगे।’ तालिबान के प्रवक्ता एहशानुल्ला एहसान ने मांग की है कि पाकिस्तान की सरकार म्यामां से संबंध खत्म कर ले और इस्लामाबाद में उसका दूतावास बंद कर दे।
एहसान ने एक बयान में कहा, ‘हम न केवल बर्मा के हितों को चोट पहुंचाएंगे बल्कि बर्मा के पाकिस्तानी (मित्रों) पर भी हमला करेंगे।’ म्यामां के दूतावास से कोई जवाब नहीं आया है और टिप्पणी के लिए इसके अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका। संभवत: पहली बार टीटीपी ने ऐसे मुद्दे पर टिप्पणी की है जो पाकिस्तान और अफगानिस्तान का नहीं है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं