"विवेक रामास्वामी बहुत अच्छे...", डोनाल्ड ट्रंप ने बांधे भारतीय मूल के प्रतिद्वंद्वी की तारीफ़ों के पुल

विवेक रामास्वामी पिछले कुछ हफ्तों से अपनी पार्टी में राष्ट्रपति पद के अन्य दावेदारों को पछाड़ते हुए चार्ट में आगे बढ़ते जा रहे हैं. ओपिनियन पोलों के मुताबिक, विवेक रामास्वामी इस समय डोनाल्ड ट्रंप और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसैन्टिस के बाद तीसरे स्थान पर हैं.

विवेक रामास्वामी पिछले कुछ हफ्तों से रिपब्लिकन पार्टी में राष्ट्रपति पद के अन्य दावेदारों को पछाड़ते हुए चार्ट में आगे बढ़ते जा रहे हैं...

खास बातें

  • डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "विवेक रामास्वामी बहुत, बहुत बुद्धिमान हैं..."
  • ट्रंप ने कहा, विवेक रामास्वामी बहुत अच्छे उपराष्ट्रपति साबित होंगे.
  • विवेक रामास्वामी ने इस आइडिया को मोटे तौर पर खारिज कर दिया है.

संयुक्त राज्य अमेरिका (US) के राष्ट्रपति पद के लिए फिर चुनाव लड़ने जा रहे पूर्व POTUS डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के प्रतिद्वंद्वी विवेक रामास्वामी की तारीफ़ों के पुल बांध दिए, और कहा कि वह (विवेक रामास्वामी) 'बहुत अच्छे' उपराष्ट्रपति साबित हो सकते हैं.

डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा, "वह (विवेक रामास्वामी) बहुत, बहुत, बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं... उनके पास काफ़ी ऊर्जा है, और वह किसी भी रूप में कुछ भी बन सकते हैं..." जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या उन्होंने 38-वर्षीय बायोटेक उद्यमी विवेक रामास्वामी को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना है, तो उन्होंने कहा, "मैं आपको बताता हूं... मुझे लगता है कि वह बहुत अच्छे साबित होंगे..."

डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी पहली रिपब्लिकन बहस के ठीक एक हफ्ते बाद आई है, जिसमें ट्रंप ने शिरकत नहीं की थी, लेकिन उन्होंने संभावित उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी चुनने के लिए बहस पर नज़र रखने का वादा किया था.

विवेक रामास्वामी उस कार्यक्रम में शीर्ष पर रहे थे, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के इच्छुक 8 रिपब्लिकन उम्मीदवारों ने विस्कॉन्सिन स्थित मिल्वॉकी में इस बात पर बहस की थी कि पार्टी को उन्हें क्यों चुनना चाहिए.

भारतीय मूल के अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी ने काफ़ी सुनने वालों का ध्यान आकर्षित किया, विशेष रूप से यूक्रेन युद्ध, डोनाल्ड ट्रंप और जलवायु परिवर्तन पर अपनी टिप्पणियों के लिए.

जब रिपब्लिकन बहस में विवेक रामास्वामी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया, तो डोनाल्ड ट्रंप का कहना था कि उन्होंने महसूस किया कि विवेक ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और उन्हें वह बात 'खासतौर से पसंद' आई, जब ट्रंप के साफ़-साफ़ प्रतिद्वंद्वी विवेक ने उन्हें 21वीं सदी का सबसे महान राष्ट्रपति करार दिया.

दूसरी पीढ़ी के भारतीय-अमेरिकी विवेक रामास्वामी ने वर्ष 2014 में रॉइवेन्ट साइंसेज़ की स्थापना की थी और 2015 और 2016 के सबसे बड़े बायोटेक IPO लेकर आए थे.

विवेक रामास्वामी पिछले कुछ हफ्तों से अपनी पार्टी में राष्ट्रपति पद के अन्य दावेदारों को पछाड़ते हुए चार्ट में आगे बढ़ते जा रहे हैं. ओपिनियन पोलों के मुताबिक, विवेक रामास्वामी इस समय ट्रंप और फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसैन्टिस के बाद तीसरे स्थान पर हैं.

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विवेक रामास्वामी से बार-बार पूछा जाता रहा है कि क्या वह डोनाल्ड ट्रंप के साथी के रूप में काम करने पर विचार करेंगे, लेकिन विवेक ने इस आइडिया को मोटे तौर पर खारिज कर दिया है. इस महीने की शुरुआत में 'ब्लूमबर्ग न्यूज़' के साथ एक इंटरव्यू में विवेक ने कहा था, "मुझे लगता है कि उनमें और मुझमें कुछ समानताएं हैं, जो ये हैं कि हममें से कोई भी बहुत अच्छा नंबर दो नहीं बन सकता..."