अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का फाइल फोटो...
वॉशिंगटन:
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने आज कहा कि अमेरिका ने अपने अंतरिक्ष अन्वेषण की नई राहें खोलने के प्रयास के तहत वर्ष 2030 के दशक तक मंगल ग्रह पर मानवों को भेजने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है.
ओबामा ने सीएनएन से कहा, 'हमने अंतरिक्ष में अमेरिका की कहानी के अगले अध्याय के लिए महत्वपूर्ण स्पष्ट लक्ष्य तय किया है. वर्ष 2030 के दशक तक मंगल ग्रह पर मानव को भेजा जायेगा और उनकी पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी करना, इसका अंतिम लक्ष्य बढ़े हुए समय में वहां एक दिन के लिए ठहरना है'. उन्होंने अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य की योजना बताते हुए कहा कि मंगल पर जाने के लिए सरकार और निजी अन्वेषकों के बीच निरंतर सहयोग की जरूरत होगी और हम अपनी राह के लिए पूरी तरह तैयार हैं. अगले दो वर्ष में निजी कंपनियां पहली बार अंतरिक्षयात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र पर भेजेंगी.
ओबामा ने इसी सप्ताह अमेरिका के प्रमुख वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, अन्वेषकों और छात्रों को पिट्सबर्ग में एक बैठक बुलाई है ताकि प्रगति और आगे की रणनीति पर काम करने के तरीकों पर बात हो सके.
पांच साल पहले अमेरिकी कंपनियों को वैश्विक व्यावसायिक प्रक्षेपण बाजार से बाहर कर दिया गया था. आज वे इसमें से एक तिहाई की मालिक हैं.
उन्होंने कहा कि करीब सभी 50 राज्यों की एक हजार से अधिक कंपनियां निजी अंतरिक्ष पहलों पर काम कर रही हैं.
ओबामा ने कहा कि अगला कदम पृथ्वी की कक्षा से बाहर पहुंचना है. मैं यह घोषणा करते हुए उत्साहित हूं कि हम ऐसा नया पर्यावास बनाने के लिए अपने कारोबारी साथियों के साथ काम कर रहे हैं जो अंतरिक्ष की गहराइयों में दीर्घावधि मिशनों पर अंतरिक्षयात्रियों को भेज सकें. ये मिशन हमें सिखाएंगे कि कैसे मानव पृथ्वी से बहुत दूर भी जी सकते हैं, जिसकी हमें मंगल की लंबी यात्रा के लिए जरूरत होगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ओबामा ने सीएनएन से कहा, 'हमने अंतरिक्ष में अमेरिका की कहानी के अगले अध्याय के लिए महत्वपूर्ण स्पष्ट लक्ष्य तय किया है. वर्ष 2030 के दशक तक मंगल ग्रह पर मानव को भेजा जायेगा और उनकी पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी करना, इसका अंतिम लक्ष्य बढ़े हुए समय में वहां एक दिन के लिए ठहरना है'. उन्होंने अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य की योजना बताते हुए कहा कि मंगल पर जाने के लिए सरकार और निजी अन्वेषकों के बीच निरंतर सहयोग की जरूरत होगी और हम अपनी राह के लिए पूरी तरह तैयार हैं. अगले दो वर्ष में निजी कंपनियां पहली बार अंतरिक्षयात्रियों को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र पर भेजेंगी.
ओबामा ने इसी सप्ताह अमेरिका के प्रमुख वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, अन्वेषकों और छात्रों को पिट्सबर्ग में एक बैठक बुलाई है ताकि प्रगति और आगे की रणनीति पर काम करने के तरीकों पर बात हो सके.
पांच साल पहले अमेरिकी कंपनियों को वैश्विक व्यावसायिक प्रक्षेपण बाजार से बाहर कर दिया गया था. आज वे इसमें से एक तिहाई की मालिक हैं.
उन्होंने कहा कि करीब सभी 50 राज्यों की एक हजार से अधिक कंपनियां निजी अंतरिक्ष पहलों पर काम कर रही हैं.
ओबामा ने कहा कि अगला कदम पृथ्वी की कक्षा से बाहर पहुंचना है. मैं यह घोषणा करते हुए उत्साहित हूं कि हम ऐसा नया पर्यावास बनाने के लिए अपने कारोबारी साथियों के साथ काम कर रहे हैं जो अंतरिक्ष की गहराइयों में दीर्घावधि मिशनों पर अंतरिक्षयात्रियों को भेज सकें. ये मिशन हमें सिखाएंगे कि कैसे मानव पृथ्वी से बहुत दूर भी जी सकते हैं, जिसकी हमें मंगल की लंबी यात्रा के लिए जरूरत होगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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