बीजिंग:
चीन ने मंगलवार को अमेरिका से कहा कि वह तिब्बत और ताइवान में बीजिंग के हितों का ‘ध्यान से और उचित तरीके’ से ख्याल रखे। साथ ही उसने कहा कि ब्लादिमीर पुतिन के राष्ट्रपति चुनाव में विजयी होने के साथ ही वह मास्को के साथ अपने रिश्तों को फिर से मजबूत करेगा।
चीन के विदेश मंत्री यांग जियेची ने अपने वाषिर्क संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका को ताइवान और तिब्बत मामले का ‘ध्यान से और उचित तरीके’ से ख्याल रखकर चीन के साथ संबंधों में विश्वास बढ़ाना चाहिये।
उन्होंने सलाह दी कि दोनों देशों (चीन और अमेरिका) को पारस्परिक रणनीतिक विश्वास को बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, बाधाओं और विघ्न को दूर करना चाहिए और दोनों बड़े देशों को परस्पर लाभ के लिए एक स्वस्थ्य विमर्श को बढ़ावा देना चाहिए।
वर्ष 2001 से 2005 के बीच अमेरिका में चीन के राजदूत के तौर पर नियुक्त रहे यांग ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच संबंधों ने देखा है कि चीन-अमेरिका के शांतिपूर्ण रिश्ते दोनों देशों के लिए हितकारी हैं जबकि एक के अशांत होने से दोनों नुकसान पहुंचता है।’
चीन के विदेश मंत्री यांग जियेची ने अपने वाषिर्क संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका को ताइवान और तिब्बत मामले का ‘ध्यान से और उचित तरीके’ से ख्याल रखकर चीन के साथ संबंधों में विश्वास बढ़ाना चाहिये।
उन्होंने सलाह दी कि दोनों देशों (चीन और अमेरिका) को पारस्परिक रणनीतिक विश्वास को बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, बाधाओं और विघ्न को दूर करना चाहिए और दोनों बड़े देशों को परस्पर लाभ के लिए एक स्वस्थ्य विमर्श को बढ़ावा देना चाहिए।
वर्ष 2001 से 2005 के बीच अमेरिका में चीन के राजदूत के तौर पर नियुक्त रहे यांग ने कहा, ‘दोनों देशों के बीच संबंधों ने देखा है कि चीन-अमेरिका के शांतिपूर्ण रिश्ते दोनों देशों के लिए हितकारी हैं जबकि एक के अशांत होने से दोनों नुकसान पहुंचता है।’