लंदन:
तुर्की की राजधानी अंकारा में अमेरिकी दूतावास के सामने एक आत्मघाती बम धमाके में आत्मघाती हमलावर और एक सुरक्षा गार्ड मारा गया।
बीबीसी के मुताबिक तुर्की के प्रसारणकर्ता एनटीवी ने कहा है कि धमाके से दूतावास के भीतर किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है, जबकि वीडियो में क्षतिग्रस्त चेकप्वाइंट दिखाया गया है।
धमाके के बाद दर्जनों एंबुलेंस और अग्निशमन दस्ते की गाड़ियां स्थल की ओर दौड़ पड़ीं। अभी तक किसी समूह या संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है। इसी इलाके में और भी कई दूतावास स्थित हैं।
बीबीसी ने कहा है कि एक रिपोर्ट के मुताबिक दूतावास के एक तुर्की कर्मचारी के मारे जाने की जानकारी मिली है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। धमाका होते ही दूतावास के कर्मचारियों को भवन के एक सुरक्षित कमरे में पहुंचा दिया गया।
दूतावास के सामने के कार्यालय में काम करने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने बीबीसी को बताया कि उसे पक्का यकीन है कि यह एक आत्मघाती हमला था और उसने एक शव को हटाते हुए देखा है। धमाका बेहद तेज था, लेकिन नुकसान सिर्फ विस्फोट वाली जगह तक ही सीमित रहा और बाद में धुआं भी नहीं दिखाई दिया।
अंकारा में पिछला सबसे खतरनाक हमला 2007 में हुआ जब एक अकेला आत्मघाती हमलावर नौ लोगों की मौत और 120 के घायल होने का कारण बना था। हाल के वर्षों में तुर्की में कई प्रतिबंधित गुट और इस्लामी आतंकवादियों ने हमले किए हैं।
(इनपुट आईएएनएस से भी)
बीबीसी के मुताबिक तुर्की के प्रसारणकर्ता एनटीवी ने कहा है कि धमाके से दूतावास के भीतर किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है, जबकि वीडियो में क्षतिग्रस्त चेकप्वाइंट दिखाया गया है।
धमाके के बाद दर्जनों एंबुलेंस और अग्निशमन दस्ते की गाड़ियां स्थल की ओर दौड़ पड़ीं। अभी तक किसी समूह या संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है। इसी इलाके में और भी कई दूतावास स्थित हैं।
बीबीसी ने कहा है कि एक रिपोर्ट के मुताबिक दूतावास के एक तुर्की कर्मचारी के मारे जाने की जानकारी मिली है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। धमाका होते ही दूतावास के कर्मचारियों को भवन के एक सुरक्षित कमरे में पहुंचा दिया गया।
दूतावास के सामने के कार्यालय में काम करने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने बीबीसी को बताया कि उसे पक्का यकीन है कि यह एक आत्मघाती हमला था और उसने एक शव को हटाते हुए देखा है। धमाका बेहद तेज था, लेकिन नुकसान सिर्फ विस्फोट वाली जगह तक ही सीमित रहा और बाद में धुआं भी नहीं दिखाई दिया।
अंकारा में पिछला सबसे खतरनाक हमला 2007 में हुआ जब एक अकेला आत्मघाती हमलावर नौ लोगों की मौत और 120 के घायल होने का कारण बना था। हाल के वर्षों में तुर्की में कई प्रतिबंधित गुट और इस्लामी आतंकवादियों ने हमले किए हैं।
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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