अमेरिका (US) के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन (Antony Blinken) ने तालिबान (Taliban) की तीखी आलोचना की है. रॉयटर्स के अनुसार, सोमवार को एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि तालिबान (Taliban) ने अल कायदा (Al Qaeda) के सरगना अयमान अल ज़वाहिरी (Ayman al-Zawahiri) को शरण देकर दोहा में हुए समझौते (Doha Deal) का घोर उल्लंघन किया है. अमेरिका ने सप्ताहंत पर अफगानिस्तान में एयर स्ट्राइक कर अल कायदा के नेता अल जवाहिरी को मार गिराया.
राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने सोमवार को कहा कि 2011 में अल कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन (Osama bin Laden) के मारे जाने के बाद यह आतंकी संगठन अल कायदा के लिए सबसे बड़ा झटका है.
ब्लिंके ने एक विज्ञप्ति में कहा, " तालिबान की अपना वादा निभाने की अनिच्छा या अक्षमता के बावजूद हम अफगान लोगों के लिए समर्थन जारी रखेंगे और उन्हें ज़रूरी मानवीय सहायता पहुंचाते रहेंगे, साथ ही उनके मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए वकालत करते रहेंगे. खास तौर से महिलाओं और लड़कियों के अधिकार के लिए आवाज़ उठाएंगे."
इससे पहले तालिबान ने अमेरिका पर 2020 में हुए समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया था. तालिबान के मुख्य प्रवक्ता ने कहा अमेरिका ने काबुल के रिहायशी इलाकों पर ड्रोन से हमला किया.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक विज्ञप्ति में कहा कि यह हमला रविवार को हुआ. तालिबान की तरफ से इसे अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों का उल्लंघन बताया गया है. साथ ही तालिबान ने कहा है कि यह 2020 में अमेरिकी सेनाओं की अफगानिस्तान से वापसी के लिए हुए समझौते का उल्लंघन भी है.
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