वाशिंगटन:
अमेरिका ने ईरान के गुप्तचर एवं सुरक्षा मंत्रालय (एमओआईएस) पर पाबंदी लगा दी है। अमेरिका का इल्जाम है कि ईरान का यह मंत्रालय आतंकवाद को अपना समर्थन देता है, अपने ही लोगों के मानवाधिकारों का हनन करता है और इसने सीरिया में जारी दमन में भी हिस्सा लिया था।
अमेरिका के राजकोष विभाग ने एक बयान जारी कर ऐलान किया कि ईरान के प्रमुख गुप्तचर संगठन ‘एमओआईएस’ को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादियों में सूची में शामिल किया गया है। आतंकवाद एवं वित्तीय खुफिया विभाग के अवर मंत्री डेविड एस कोहेन ने कहा, ‘‘ईरानी नागरिकों के मानवाधिकार हनन और सीरिया की सरकार की ओर से अपने ही लोगों पर की जा रही दमनात्मक कार्रवाई को समर्थन देने की वजह से हमने आज ‘एमओआईएस’ को विशेष तौर पर नामित किया है।’’
कोहेन ने कहा, ‘‘इसके अलावा, अल-कायदा, इराक में अल-कायदा, हिजबुल्ला और हमास जैसे दहशतगर्द संगठनों को समर्थन देने के कारण हमने ‘एमओआईएस’ को नामित किया है। देश की नीति के तहत ईरान की ओर से आतंकवाद को प्रायोजित किए जाने के कारण भी हमने इसे नामित किया है।’’
विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘एमओआईएस’ पर लगाई गई पाबंदियों के नतीजतन अमेरिका में कोई संपत्ति या संपत्ति से जुड़े हित या अमेरिकी लोगों के नियंत्रण या कब्जे में जिसमें ‘एमओआईएस’ का कोई हित हो तो उसे प्रतिबंधित कर दिया गया है और अमेरिका के लोगों को इसके साथ किसी लेन-देन से भी रोका गया है। आज की कार्रवाई के बाद ‘एमओआईएस’ के सभी सदस्य अमेरिकी विदेश विभाग से वीजा लेने में भी कामयाब नहीं हो पाएंगे।
अमेरिका के राजकोष विभाग ने एक बयान जारी कर ऐलान किया कि ईरान के प्रमुख गुप्तचर संगठन ‘एमओआईएस’ को विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादियों में सूची में शामिल किया गया है। आतंकवाद एवं वित्तीय खुफिया विभाग के अवर मंत्री डेविड एस कोहेन ने कहा, ‘‘ईरानी नागरिकों के मानवाधिकार हनन और सीरिया की सरकार की ओर से अपने ही लोगों पर की जा रही दमनात्मक कार्रवाई को समर्थन देने की वजह से हमने आज ‘एमओआईएस’ को विशेष तौर पर नामित किया है।’’
कोहेन ने कहा, ‘‘इसके अलावा, अल-कायदा, इराक में अल-कायदा, हिजबुल्ला और हमास जैसे दहशतगर्द संगठनों को समर्थन देने के कारण हमने ‘एमओआईएस’ को नामित किया है। देश की नीति के तहत ईरान की ओर से आतंकवाद को प्रायोजित किए जाने के कारण भी हमने इसे नामित किया है।’’
विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि ‘एमओआईएस’ पर लगाई गई पाबंदियों के नतीजतन अमेरिका में कोई संपत्ति या संपत्ति से जुड़े हित या अमेरिकी लोगों के नियंत्रण या कब्जे में जिसमें ‘एमओआईएस’ का कोई हित हो तो उसे प्रतिबंधित कर दिया गया है और अमेरिका के लोगों को इसके साथ किसी लेन-देन से भी रोका गया है। आज की कार्रवाई के बाद ‘एमओआईएस’ के सभी सदस्य अमेरिकी विदेश विभाग से वीजा लेने में भी कामयाब नहीं हो पाएंगे।
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