प्रतीकात्मक फोटो
जिनीवा:
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रायोजित सीरिया शांति वार्ता जो मंगलवार से शुरू होने वाली थी, अब वह शुक्रवार से शुरू होगी। इस वार्ता के करीब छह महीने तक जारी रहने की संभावना है। सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत स्टेफान दे मियतुरा ने कहा कि न्योते की सूची को लेकर अलग, बहुत अलग विचार और रूख थे।
अभी तक यह मुद्दा रहा है और कारण भी। उन्होंने कहा कि और हम जिस तारीख से अंतर-सीरियाई वार्ता शुरू करने का लक्ष्य रख रहे हैं, वह है 29 जनवरी। शांतिवार्ता जिनीवा में संयुक्त राष्ट्र के यूरोपीय मुख्यालय में होगी।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रायोजित यह वार्ता पहले मंगलवार से शुरू होने वाली थी, लेकिन अब इसकी तारीख फिर से तय की गई, क्योंकि 17 देशों के इंटरनेशनल सीरिया सपोर्ट ग्रुप (आईएसएसजी) में इस बात को लेकर मतभेद थे कि सीरियाई विपक्ष का प्रतिनिधित्व किसे करना चाहिए। आईएसएसजी में अमेरिका, रूस, सउदी अरब, तुर्की, इराक, ईरान और चीन जैसे देश हैं।
अभी तक यह मुद्दा रहा है और कारण भी। उन्होंने कहा कि और हम जिस तारीख से अंतर-सीरियाई वार्ता शुरू करने का लक्ष्य रख रहे हैं, वह है 29 जनवरी। शांतिवार्ता जिनीवा में संयुक्त राष्ट्र के यूरोपीय मुख्यालय में होगी।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रायोजित यह वार्ता पहले मंगलवार से शुरू होने वाली थी, लेकिन अब इसकी तारीख फिर से तय की गई, क्योंकि 17 देशों के इंटरनेशनल सीरिया सपोर्ट ग्रुप (आईएसएसजी) में इस बात को लेकर मतभेद थे कि सीरियाई विपक्ष का प्रतिनिधित्व किसे करना चाहिए। आईएसएसजी में अमेरिका, रूस, सउदी अरब, तुर्की, इराक, ईरान और चीन जैसे देश हैं।
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