इस्लामाबाद:
पाकिस्तान में आम चुनाव से दो दिन पहले गुरुवार को पंजाब प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली हैदर गिलानी का अपहरण कर लिया और उनके निजी सचिव की गोली मारकर हत्या कर दी।
अली हैदर गिलानी लाहौर से 350 किलोमीटर दूर मुल्तान शहर में दोपहर को एक चुनावी सभा में शामिल होने जा रहे थे, उसी समय बंदूकधारियों ने उनके एसयूवी को रोका और गोलीबारी करने लगे। पूर्व प्रधानमंत्री के एक निकट सहयोगी इफ्तिखार बलूच ने बताया कि बंदूकधारी मोटरसाइकिल और कार से आए थे।
बलूच ने पीटीआई से कहा कि अली हैदर के निजी सचिव मोहिउद्दीन की मौत हो गई और चार अंगरक्षक घायल हो गए। शुरुआती खबरों में कहा गया था कि हमले में अली हैदर का एक अंगरक्षक मारा गया है। अली हैदर अपने बड़े भाई कादिर का प्रचार करने के लिए जा रहे थे। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के शीर्ष नेताओं में शामिल यूसुफ रजा गिलानी के चार बेटे और एक बेटी है।
फिलहाल किसी संगठन ने इस हमले अथवा अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है। पंजाब पुलिस ने अली हैदर का पता लगाने के प्रयासों के तहत मुल्तान में प्रवेश के सभी रास्तों को बंद कर दिया है। पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री रहमान मलिक ने पीटीआई से कहा कि उन्हें इस घटना में पाकिस्तानी तालिबान के शामिल होने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, बहरहाल, इस घटना में मैं चरमपंथियों का हाथ होने की आशंका को खारिज नहीं कर सकता।
सुरक्षा संबंधी खतरों के कारण ही गिलानी ने आज मुल्तान में चुनावी सभा के अपने कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था। कुछ दिनों पहले पूर्व प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा था, हम सभाएं करने का जोखिम मोल नहीं ले सकते, क्योंकि सुरक्षा खतरा है। गिलानी ने तालिबान के खतरे के कारण पीपीपी की चुनावी सभाओं का नेतृत्व करने से इनकार कर दिया था। प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने 11 मई को होने वाले आम चनाव से पहले पीपीपी और अवामी नेशनल पार्टी जैसे दलों को निशाना बनाने की चेतावनी दी थी।
टेलीविजन फुटेज में दिखाया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री के एक और बेटे अली मूसा गिलानी रो रहे हैं और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के व्यग्र कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने जियो टीवी को बताया कि बंदूकधारी कार में घटनास्थल पर आए और गिलानी के समर्थकों पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। प्रत्यक्षदर्शी ने यह भी कहा कि उसने देखा कि बंदूकधारियों ने अली हैदर को पकड़कर कार में डाल लिया और भाग गए। वे जाते समय भी लगातार फायरिंग कर रहे थे।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी का कहना था कि गोलीबारी के दौरान जब बंदूकधारियों ने अली हैदर को गाड़ी में डाला, उनके कपड़ों पर खून लगा हुआ था। हालांकि प्रत्यक्षदर्शी इस बात के प्रति आश्वस्त नहीं था कि अली हैदर खुद घायल थे या नहीं।
पाकिस्तान में 11 मई को आम चुनाव होने हैं और चुनाव प्रचार चरम पर है। लेकिन चुनावी चहल-पहल शुरू होने के साथ ही वहां सुरक्षा की चिंता बनी हुई है। पाकिस्तान तालिबान ने खुले तौर पर चुनावों को बाधित करने के लिए हमले की धमकी दे रखी है। इसी तरह के हमलों की आशंका से कई बड़े नेता प्रचार के लिए नहीं जा पा रहे हैं।
अली हैदर गिलानी लाहौर से 350 किलोमीटर दूर मुल्तान शहर में दोपहर को एक चुनावी सभा में शामिल होने जा रहे थे, उसी समय बंदूकधारियों ने उनके एसयूवी को रोका और गोलीबारी करने लगे। पूर्व प्रधानमंत्री के एक निकट सहयोगी इफ्तिखार बलूच ने बताया कि बंदूकधारी मोटरसाइकिल और कार से आए थे।
बलूच ने पीटीआई से कहा कि अली हैदर के निजी सचिव मोहिउद्दीन की मौत हो गई और चार अंगरक्षक घायल हो गए। शुरुआती खबरों में कहा गया था कि हमले में अली हैदर का एक अंगरक्षक मारा गया है। अली हैदर अपने बड़े भाई कादिर का प्रचार करने के लिए जा रहे थे। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के शीर्ष नेताओं में शामिल यूसुफ रजा गिलानी के चार बेटे और एक बेटी है।
फिलहाल किसी संगठन ने इस हमले अथवा अपहरण की जिम्मेदारी नहीं ली है। पंजाब पुलिस ने अली हैदर का पता लगाने के प्रयासों के तहत मुल्तान में प्रवेश के सभी रास्तों को बंद कर दिया है। पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री रहमान मलिक ने पीटीआई से कहा कि उन्हें इस घटना में पाकिस्तानी तालिबान के शामिल होने की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, बहरहाल, इस घटना में मैं चरमपंथियों का हाथ होने की आशंका को खारिज नहीं कर सकता।
सुरक्षा संबंधी खतरों के कारण ही गिलानी ने आज मुल्तान में चुनावी सभा के अपने कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था। कुछ दिनों पहले पूर्व प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा था, हम सभाएं करने का जोखिम मोल नहीं ले सकते, क्योंकि सुरक्षा खतरा है। गिलानी ने तालिबान के खतरे के कारण पीपीपी की चुनावी सभाओं का नेतृत्व करने से इनकार कर दिया था। प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने 11 मई को होने वाले आम चनाव से पहले पीपीपी और अवामी नेशनल पार्टी जैसे दलों को निशाना बनाने की चेतावनी दी थी।
टेलीविजन फुटेज में दिखाया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री के एक और बेटे अली मूसा गिलानी रो रहे हैं और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के व्यग्र कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं। एक प्रत्यक्षदर्शी ने जियो टीवी को बताया कि बंदूकधारी कार में घटनास्थल पर आए और गिलानी के समर्थकों पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे। प्रत्यक्षदर्शी ने यह भी कहा कि उसने देखा कि बंदूकधारियों ने अली हैदर को पकड़कर कार में डाल लिया और भाग गए। वे जाते समय भी लगातार फायरिंग कर रहे थे।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी का कहना था कि गोलीबारी के दौरान जब बंदूकधारियों ने अली हैदर को गाड़ी में डाला, उनके कपड़ों पर खून लगा हुआ था। हालांकि प्रत्यक्षदर्शी इस बात के प्रति आश्वस्त नहीं था कि अली हैदर खुद घायल थे या नहीं।
पाकिस्तान में 11 मई को आम चुनाव होने हैं और चुनाव प्रचार चरम पर है। लेकिन चुनावी चहल-पहल शुरू होने के साथ ही वहां सुरक्षा की चिंता बनी हुई है। पाकिस्तान तालिबान ने खुले तौर पर चुनावों को बाधित करने के लिए हमले की धमकी दे रखी है। इसी तरह के हमलों की आशंका से कई बड़े नेता प्रचार के लिए नहीं जा पा रहे हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
यूसुफ रजा गिलानी, अली हैदर गिलानी, अली हैदर गिलानी का अपहरण, पाकिस्तान, Yousuf Raza Gilani, Ali Haider Gilani, Ali Haider Kidnapped, Pakistan