जीका से प्रभावित कई देश रूढ़िवादी कैथोलिक हैं, जहां गर्भपात और गर्भनिरोधक बैन है
जिनेवा:
संयुक्त राष्ट्र ने खतरनाक जीका वायरस का कहर झेल रहे देशों से कहा कि वे महिलाओं को गर्भनिरोधक और गर्भपात तक पहुंच प्रदान करे।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि दक्षिण अमेरिकी देश अपनी महिलाओं से आग्रह कर रहे हैं कि जीका के खतरों के मद्देनजर गर्भधारण से परहेज करें। इन देशों को महिलाओं की अपनी प्रजननक्षमता पर नियंत्रण करने की संभावनाएं पेश करनी चाहिए। मानवाधिकार कार्यालय की प्रवक्ता सेसिल पोउइली ने पत्रकारों से कहा, 'वे कैसे इन महिलाओं से कह सकते हैं कि गर्भधारण नहीं करो।'
जीका से प्रभावित अनेक देश रूढ़िवादी कैथोलिक देश है, जहां बेहद प्रतिबंधी गर्भपात एवं गर्भनिरोधक कानून हैं। लातीन अमेरिका के कई देशों ने अपनी महिलाओं को सावधान किया है कि वे गर्भधारण से परहेज करें।
उधर, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख जैद राआद अल हुसैन ने कहा है कि यह चेतावनी उन देशों के लिए कोई मायने नहीं रखती, जहां गर्भनिरोधक और गर्भपात जैसे प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं पर महिलाओं की पहुंच पर प्रतिबंध या सख्त रोक है।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि दक्षिण अमेरिकी देश अपनी महिलाओं से आग्रह कर रहे हैं कि जीका के खतरों के मद्देनजर गर्भधारण से परहेज करें। इन देशों को महिलाओं की अपनी प्रजननक्षमता पर नियंत्रण करने की संभावनाएं पेश करनी चाहिए। मानवाधिकार कार्यालय की प्रवक्ता सेसिल पोउइली ने पत्रकारों से कहा, 'वे कैसे इन महिलाओं से कह सकते हैं कि गर्भधारण नहीं करो।'
जीका से प्रभावित अनेक देश रूढ़िवादी कैथोलिक देश है, जहां बेहद प्रतिबंधी गर्भपात एवं गर्भनिरोधक कानून हैं। लातीन अमेरिका के कई देशों ने अपनी महिलाओं को सावधान किया है कि वे गर्भधारण से परहेज करें।
उधर, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख जैद राआद अल हुसैन ने कहा है कि यह चेतावनी उन देशों के लिए कोई मायने नहीं रखती, जहां गर्भनिरोधक और गर्भपात जैसे प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं पर महिलाओं की पहुंच पर प्रतिबंध या सख्त रोक है।
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