जुबा:
संयुक्त राष्ट्र के एक आंतरिक दस्तावेज का कहना है कि दक्षिण सूडान की सरकार ने एक नए संघर्ष की तैयारी के लिए बाल सैनिकों की भर्ती की. यह दस्तावेज असोसिएटेड प्रेस ने प्राप्त किया है.
दस्तावेज के अनुसार, राष्ट्रपति सल्वा कीर द्वारा नियुक्त एक वरिष्ठ नेता ने एक पूरे गांव के लड़कों की धमकाकर भर्ती की. इनमें से कुछ बच्चे तो महज 12 साल के हैं. यह स्पष्ट नहीं हो पाया इसमें कितने बच्चे शामिल हैं.
दक्षिण सूडान के सशस्त्र समूह अक्सर बच्चों को उनके समूह में भर्ती होने के लिए धमकाते हैं. वे उनके परिवार के मवेशियों को जब्त कर लेने की धमकी देकर ऐसा करते हैं. चरवाहों के इस समाज में ये मवेशी समृद्धि और प्रतिष्ठा का एक अहम स्रोत हैं.
संयुक्त राष्ट्र का दस्तावेज यह संकेत देता है कि बच्चों की भर्ती से एक सप्ताह पहले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस पूर्वी अफ्रीकी देश में नागरिकों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त 4000 शांतिरक्षकों को भेजने पर मुहर लगाई थी. सुरक्षा परिषद ने यह फैसला राजधानी जुबा में पिछले साल नई लड़ाई शुरू होने के बाद लिया था.
इससे इतर, आज यूनिसेफ ने घोषणा की कि कम से कम 650 बच्चे इस साल दक्षिण सूडान के सशस्त्र समूहों में भर्ती हुए हैं. दिसंबर 2013 में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से अब तक लगभग 16000 बाल सैनिकों को भर्ती किया जा चुका है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दस्तावेज के अनुसार, राष्ट्रपति सल्वा कीर द्वारा नियुक्त एक वरिष्ठ नेता ने एक पूरे गांव के लड़कों की धमकाकर भर्ती की. इनमें से कुछ बच्चे तो महज 12 साल के हैं. यह स्पष्ट नहीं हो पाया इसमें कितने बच्चे शामिल हैं.
दक्षिण सूडान के सशस्त्र समूह अक्सर बच्चों को उनके समूह में भर्ती होने के लिए धमकाते हैं. वे उनके परिवार के मवेशियों को जब्त कर लेने की धमकी देकर ऐसा करते हैं. चरवाहों के इस समाज में ये मवेशी समृद्धि और प्रतिष्ठा का एक अहम स्रोत हैं.
संयुक्त राष्ट्र का दस्तावेज यह संकेत देता है कि बच्चों की भर्ती से एक सप्ताह पहले ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस पूर्वी अफ्रीकी देश में नागरिकों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त 4000 शांतिरक्षकों को भेजने पर मुहर लगाई थी. सुरक्षा परिषद ने यह फैसला राजधानी जुबा में पिछले साल नई लड़ाई शुरू होने के बाद लिया था.
इससे इतर, आज यूनिसेफ ने घोषणा की कि कम से कम 650 बच्चे इस साल दक्षिण सूडान के सशस्त्र समूहों में भर्ती हुए हैं. दिसंबर 2013 में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से अब तक लगभग 16000 बाल सैनिकों को भर्ती किया जा चुका है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं