मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) की गुहार को संयुक्त राष्ट्र (UN) ने ठुकरा दिया है. संयुक्त राष्ट्र से जमात-उद-दावा (JUD) प्रमुख हाफिज सईद ने प्रतिबंधित आतंकियों की सूची से अपना नाम हटाने की अपील की थी. सरकारी सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. बता दें कि यह फैसला ऐसे समय आया है जब संयुक्त राष्ट्र (UN) की 1267 प्रतिबंध समिति को जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर पाबंदी लगाने का एक नया अनुरोध प्राप्त हुआ है. बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद संयुक्त राष्ट्र की समिति से अजहर पर पाबंदी लगाने की मांग की गई है.
यह भी पढ़ें: चौतरफा दबाव के बाद पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के संगठनों पर लगाया प्रतिबंध
पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के भी सह-संस्थापक सईद की अपील संयुक्त राष्ट्र ने तब खारिज की जब भारत ने उसकी गतिविधियों के बारे में विस्तृत साक्ष्य मुहैया कराए. साक्ष्यों में 'अत्यंत गोपनीय सूचनाएं' भी शामिल थीं. उन्होंने कहा कि इस हफ्ते की शुरुआत में सईद के वकील हैदर रसूल मिर्जा को वैश्विक संस्था के इस फैसले से अवगत करा दिया गया.
यह भी पढ़ें: पाक के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का सनसनीखेज खुलासा: जैश की मदद से भारत में करवाते थे बम धमाके
संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के मुखिया सईद पर 10 दिसंबर 2008 को पाबंदी लगाई थी. मुंबई हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उसे प्रतिबंधित किया था. मुंबई हमलों में 166 लोग मारे गए थे. सईद ने 2017 में लाहौर स्थित कानूनी फर्म 'मिर्जा एंड मिर्जा' के जरिए संयुक्त राष्ट्र में एक अपील दाखिल की थी और पाबंदी खत्म करने की गुहार लगाई थी. अपील दाखिल करते वक्त वह पाकिस्तान में नजरबंद था.
यह भी पढ़ें: दिग्विजय सिंह ने IAF की बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के मांगे सबूत, कहा- सैटेलाइट से मिल जाती है सभी तस्वीरें
सूत्रों ने बताया कि स्वतंत्र लोकपाल डेनियल किपफर फासियाटी ने सईद के वकील को सूचित किया है कि उसके अनुरोध के परीक्षण के बाद यह फैसला किया गया है कि वह 'सूचीबद्ध व्यक्ति के तौर पर बरकरार' रहेगा. संयुक्त राष्ट्र ने ऐसे सभी अनुरोधों के परीक्षण के लिए डेनियल की नियुक्ति की है. उन्होंने बताया कि लोकपाल ने सिफारिश की कि सारी सूचनाएं इकट्ठा करने के बाद यह तय किया गया है कि पाबंदी जारी रहेगी, 'क्योंकि (प्रतिबंध) सूची में बनाए रखने के लिए एक तार्किक एवं विश्वसनीय आधार प्रदान करने के लिए पर्याप्त सूचनाएं हैं.'
यह भी पढ़ें: हाफिज सईद को 'संरक्षण' देने की बात करते इमरान के गृहराज्य मंत्री का VIDEO लीक
संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति ने लोकपाल की सिफारिश का समर्थन किया है. सूत्रों ने बताया कि भारत के साथ-साथ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे उन देशों ने भी सईद के अनुरोध का विरोध किया, जिन्होंने मूल रूप से उसे प्रतिबंध सूची में डाला था. पाकिस्तान ने सईद की अपील का कोई विरोध नहीं किया, जबकि पड़ोसी देश में इमरान खान की अगुवाई वाली नई सरकार दावा करती है कि वह 'नया पाकिस्तान' में प्रतिबंधित आतंकवादियों और उनके संगठनों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
VIDEO: हाफिज सईद की रिहाई से पाक फिर बेनकाब
(इनपुट: भाषा)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं