यूएस और ईरान के बीच वार्ता का फाइल फोटो...
तेहरान:
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातोल्ला सैयद अली खमेनेई ने कहा कि उनके देश पर लगाए गए प्रतिबंधों का परमाणु गतिविधियों या मानवाधिकार के रिकॉर्ड से कुछ लेना-देना नहीं है। इस प्रतिबंध के पीछे कोई और मकसद है।
प्रेस टीवी के मुताबिक, विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों तथा शोधकर्ताओं को शनिवार रात संबोधित करते हुए खमेनेई ने कहा कि जिन्होंने ईरान के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं, वे खुद उनमें हैं, जिन्होंने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है और मानवाधिकार का उल्लंघन किया है।
उन्होंने कहा कि ईरान पर प्रतिबंध इसलिए लगाया गया है, क्योंकि यह आधिपत्य वाली व्यवस्था के खिलाफ सिद्धांतों के दिशानिर्देश पर एक देश, एक आंदोलन, एक पहचान के रूप में उभरा है।
खमेनेई ने कहा, "उनका उद्देश्य ईरान को विशिष्ट सभ्यता का दर्ज पाने से रोकना है।"
उन्होंने खुद पर भरोसा करने वाले, आत्मविश्वासी और उद्यमशील युवाओं को सामने लाने में प्राध्यापकों की विशेष भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
प्रेस टीवी के मुताबिक, विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों तथा शोधकर्ताओं को शनिवार रात संबोधित करते हुए खमेनेई ने कहा कि जिन्होंने ईरान के खिलाफ प्रतिबंध लगाए हैं, वे खुद उनमें हैं, जिन्होंने आतंकवाद को बढ़ावा दिया है और मानवाधिकार का उल्लंघन किया है।
उन्होंने कहा कि ईरान पर प्रतिबंध इसलिए लगाया गया है, क्योंकि यह आधिपत्य वाली व्यवस्था के खिलाफ सिद्धांतों के दिशानिर्देश पर एक देश, एक आंदोलन, एक पहचान के रूप में उभरा है।
खमेनेई ने कहा, "उनका उद्देश्य ईरान को विशिष्ट सभ्यता का दर्ज पाने से रोकना है।"
उन्होंने खुद पर भरोसा करने वाले, आत्मविश्वासी और उद्यमशील युवाओं को सामने लाने में प्राध्यापकों की विशेष भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
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