यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच बढ़ते तनाव में, युद्धग्रस्त देश यूक्रेन में फंसी एक पाकिस्तानी छात्रा (Pakistani Student) को भारतीय अधिकारियों ने बचाया. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की आस्मा शफीक़ को यूक्रेन से बाहर निकालने के लिए अब पश्चिमी यूक्रेन के रास्ते ले जाया जाया जा रहा है. भारतीय अधिकारियों ने बताया कि आस्मा को जल्द ही उनके परिवार से मिलाया जाएगा. भारतीय अधिकारियों के द्वारा बचाए जाने के बाद, शफीक ने कीव में भारतीय दूतावास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी दिया.
#WATCH | Pakistan's Asma Shafique thanks the Indian embassy in Kyiv and Prime Minister Modi for evacuating her.
— ANI (@ANI) March 9, 2022
Shas been rescued by Indian authorities and is enroute to Western #Ukraine for further evacuation out of the country. She will be reunited with her family soon:Sources pic.twitter.com/9hiBWGKvNp
आस्मा ने कहा, " मैं कीव के भारतीय दूतावास को धन्यवाद देना चाहती हूं जिन्होंने हमें यहां तक पहुंचाया. हम बेहद मुश्किल हालत में फंस गए थे और मैं इस सहायता के लिए भारत के प्रधानमंत्री का धन्यवाद देना चाहती हूं. मुझे उम्मीद है कि हम भारतीय दूतावास की मदद से सुरक्षित घर पहुंचेंगे."
यह पहली बार नहीं है जब किसी विदेशी नागरिक को भारत ने बचाया है. विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार इससे पहले भारत ने एक बांग्लादेशी नागरिक को भी बचाया था. यह भी बताया गया था कि ऑपरेशन गंगा में एक नेपाली नागरिक भी भारतीय फ्लाइट में वापस लौटेगा.
काठमांडू पोस्ट के अनुसार भारतीय अधिकारियों की तरफ से बचाए गए, पहले नेपाली लड़के रोशन झा ने भी भारत सरकार को मदद के लिए धन्यवाद दिया.
इसके बाद काठमांडू में मौजूद भारतीय दूतावास ने बताया कि भारत सरकार ने पोलैंड से 7 नेपाली नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की है.
इस बीच विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को सूचना दी थी कि उसने यूक्रेन के सुमी से सभी भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया है.
ऑपरेशन गंगा के तहत 22 फरवरी से अब तक यूक्रेन के पड़ौसी देशों से करीब 18 हजार भारतीयों को स्पेशल फ्लाइट्स से वापस लाया गया है.
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