रूस की सेना में भर्ती दो और भारतीय मारे गए हैं. विदेश मंत्रालय ने देर रात एक बयान जारी कर ये जानकारी दी. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि दो भारतीय नागरिक जो रूसी सेना में भर्ती किए गए थे उनकी रूस-यूक्रेन युद्ध में मौत हो गई है. मॉस्को में भारत के दूतावास ने वहां के रक्षा मंत्रालय समेत अधिकारियों से कहा है कि अवशेष जल्द भारत पहुंचाने के इंतज़ाम किए जाएं.
बयान के मुताबिक़ विदेश मंत्रालय ने यहां पर रूस के राजदूत और रूस में अधिकारियों को ज़ोर देकर कहा है रूस की सेना में जो भी भारतीय भर्ती किए गए हैं उन्हें जल्द से जल्द रिलीज़ कर वापस देश भेजा जाए. भारत ने रूस से कहा है कि ये सुनिश्चित किया जाए कि किसी और भारतीय नागरिक की रूस की सेना में भर्ती ना हो. इस तरह की गतिविधियां दोनों देशों के सहयोग के अनुरूप नहीं हैं. हालांकि, ये पहली बार नहीं है कि किसी भारतीय की वहां पर लड़ाई में मौत हुई हो. इससे पहले गुजरात के रहने वाले हेमिल अश्विनभाई मांगुकिया की मौत मौत 21 फ़रवरी को डोनेट्स्क प्रांत में एक हवाई हमले में हुई थी. वो रूसी सेना में सिक्योरिटी हेल्पर थे.
कितने ही युवाओं को यहां से एजेंट अच्छी नौकरी का झांसा देकर रूस ले जा रहे हैं, जहां उनको ज़बर्दस्ती रूस की सेना में भर्ती कर लिया जा रहा है. कईयों ने मदद के लिए वीडियो बना कर भेजा और विदेश मंत्रालय को जानकारी मिलने के बाद कई को लौटने में मदद भी की है. इनमें बड़ी संख्या पंजाब और गुजरात के युवाओं की है. कई नेपाली युवाओं ने भी ऐसे ही धोखे में फंसे होने की जानकारी दी है और भारत से उन्हें छुड़ाने का अनुरोध किया है.
अब एक बार फिर विदेश मंत्रालय ने यहां अपने नागरिकों को कहा है कि रूस में नौकरियों के ऑफ़र को सावधानी से देखें ताकि ऐसे धोखे से बच पाएं. रूस- यूक्रेन युद्ध को दो साल से ज़्यादा हो चुके हैं और इसके जल्द रुकने की उम्मीद भी नज़र नहीं आ रही है.
यह भी पढ़ें :
रूसी सेना में भर्ती किए गए 2 भारतीय यूक्रेन संघर्ष में मारे गए
रूस: नदी में डूबने से पहले अपने ही परिवार के साथ वीडियो कॉल पर था एक भारतीय छात्र
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं