अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बेहद करीबी और विवादित मुकाबले के बीच एक ग्रुप की हिंदू रिपब्लिकन कोएलिशन वेबसाइट लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि यह वेबसाइट रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप का प्रचार कर रही है. अमेरिका में 35 लाख भारतवंशी हैं और ये लोग परंपरागत रूप से डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ झुकाव रखते हैं.
इस वेबसाइट पर डोनाल्ड ट्रंप का एक वीडियो संदेश दिखाई देता है. उसमें वह कहते हैं, ''आप सभी को न्यू जर्सी के पीएनसी आर्ट्स सेंटर में रिपब्लिकन हिंदू कोएलिशन रैली में आमंत्रित करते हुए खुशी हो रही है.''
लेकिन, इस कार्यक्रम के संयोजक शलभ कुमार ने NDTV से कहा, ''हमने पाया है कि वे हिंदू अमेरिकन सोसायटी और भारत में रुचि रखते हैं क्योंकि उन्होंने भारत में निवेश किया है.''
जब उनसे पूछा गया कि केवल भारतीय हिंदू ही क्यों तो शिकागो के बिजनेसमैन और रिपब्लिकन पार्टी के धुर समर्थक शलभ कुमार ने कहा कि दरअसल ट्रंप हिंदू मूल्यों मसलन ''पारिवारिक मूल्यों एवं वित्तीय अनुशासन'' को साझा करते हैं. (यह इंटरव्यू नई दिल्ली में डोनाल्ड ट्रंप के महिलाओं के खिलाफ कथित टिप्पणी का मामला प्रकाश में आने से पहले रिकॉर्ड किया गया था. इस मसले पर न्यूयॉर्क से फाेन पर उन्होंने बताया कि भले ही इस मामले के सामने से सियासी तूफान उठ खड़ा हो लेकिन वे अभी भी ट्रंप का समर्थन करते हैं.)
हालांकि शलभ कुमार आगामी कार्यक्रम को मुस्लिम विरोधी कार्यक्रम के रूप में देखने से इनकार करते हैं. वह कहते हैं, ''वास्तव में ट्रंप पूरी तरह से मुस्लिम विरोधी नहीं हैं. वह तो उनके प्रोफाइलिंग (संपूर्ण जानकारी) की बात करते हैं ताकि उनका (मुस्लिमों) प्रोफाइल तैयार किया जाए. हालांकि विशेष रूप से भारत के मामले में ऐसा नहीं है क्योंकि हम भारत को इस रूप में नहीं देखते जहां से आतंकवादी पनपते हैं.''
इसके साथ ही रिपब्लिकन प्रत्याशी के लिए इस ग्रुप ने अच्छा-खासा चंदा भी दिया है. शलभ कुमार ने NDTV को बताया, ''हम अभी तक 1.5 मिलियन डॉलर चंदा जुटा चुके हैं.''
आयोजक के मुताबिक कार्यक्रम में ट्रंप के साथ फिल्म स्टार प्रभु देवा, आंध्र एक्टर राम चरण, सोफी चौधरी और श्रेया शरण भी दिखाई देंगे. हालांकि ये तो स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप की रैली के बाद भारतीय अमेरिकी मतदाताओं का रुख उनकी तरफ क्या होगा लेकिन एक ही रैली में डोनाल्ड ट्रंप और प्रभु देवा की उपस्थिति देखने लायक बात होगी.
इस वेबसाइट पर डोनाल्ड ट्रंप का एक वीडियो संदेश दिखाई देता है. उसमें वह कहते हैं, ''आप सभी को न्यू जर्सी के पीएनसी आर्ट्स सेंटर में रिपब्लिकन हिंदू कोएलिशन रैली में आमंत्रित करते हुए खुशी हो रही है.''
लेकिन, इस कार्यक्रम के संयोजक शलभ कुमार ने NDTV से कहा, ''हमने पाया है कि वे हिंदू अमेरिकन सोसायटी और भारत में रुचि रखते हैं क्योंकि उन्होंने भारत में निवेश किया है.''
जब उनसे पूछा गया कि केवल भारतीय हिंदू ही क्यों तो शिकागो के बिजनेसमैन और रिपब्लिकन पार्टी के धुर समर्थक शलभ कुमार ने कहा कि दरअसल ट्रंप हिंदू मूल्यों मसलन ''पारिवारिक मूल्यों एवं वित्तीय अनुशासन'' को साझा करते हैं. (यह इंटरव्यू नई दिल्ली में डोनाल्ड ट्रंप के महिलाओं के खिलाफ कथित टिप्पणी का मामला प्रकाश में आने से पहले रिकॉर्ड किया गया था. इस मसले पर न्यूयॉर्क से फाेन पर उन्होंने बताया कि भले ही इस मामले के सामने से सियासी तूफान उठ खड़ा हो लेकिन वे अभी भी ट्रंप का समर्थन करते हैं.)
हालांकि शलभ कुमार आगामी कार्यक्रम को मुस्लिम विरोधी कार्यक्रम के रूप में देखने से इनकार करते हैं. वह कहते हैं, ''वास्तव में ट्रंप पूरी तरह से मुस्लिम विरोधी नहीं हैं. वह तो उनके प्रोफाइलिंग (संपूर्ण जानकारी) की बात करते हैं ताकि उनका (मुस्लिमों) प्रोफाइल तैयार किया जाए. हालांकि विशेष रूप से भारत के मामले में ऐसा नहीं है क्योंकि हम भारत को इस रूप में नहीं देखते जहां से आतंकवादी पनपते हैं.''
इसके साथ ही रिपब्लिकन प्रत्याशी के लिए इस ग्रुप ने अच्छा-खासा चंदा भी दिया है. शलभ कुमार ने NDTV को बताया, ''हम अभी तक 1.5 मिलियन डॉलर चंदा जुटा चुके हैं.''
आयोजक के मुताबिक कार्यक्रम में ट्रंप के साथ फिल्म स्टार प्रभु देवा, आंध्र एक्टर राम चरण, सोफी चौधरी और श्रेया शरण भी दिखाई देंगे. हालांकि ये तो स्पष्ट नहीं है कि ट्रंप की रैली के बाद भारतीय अमेरिकी मतदाताओं का रुख उनकी तरफ क्या होगा लेकिन एक ही रैली में डोनाल्ड ट्रंप और प्रभु देवा की उपस्थिति देखने लायक बात होगी.
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