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This Article is From Oct 07, 2015

डीएनए रिपेयर संबंधी खोज के लिए तीन वैज्ञानिकों को केमेस्ट्री का नोबेल पुरस्कार

डीएनए रिपेयर संबंधी खोज के लिए तीन वैज्ञानिकों को केमेस्ट्री का नोबेल पुरस्कार
स्टॉकहोम: स्वीडन के टॉमस लिंडल, अमेरिका के पॉल मोड्रिच और तुर्किश-अमेरिकी वैज्ञानिक अजीज संजार को क्षतिग्रस्त डीएनए की कोशिकाओं द्वारा मरम्मत संबंधी कार्य के लिए रसायन विज्ञान के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है।

विजेताओं का चयन करने वाली नोबेल ज्यूरी ने कहा कि तीनों ने अस्वस्थता पैदा करने वाले तथा बुढ़ापा बढ़ाने में भूमिका निभाने वाले डीएनए के उत्परिवर्तन को शरीर द्वारा दुरुस्त करने की प्रक्रिया पर नई जानकारी सामने लाकर चिकित्सा क्षेत्र में चकित कर देने वाला रास्ता खोला है।

निर्णायक मंडल ने कहा, उनके सुव्यवस्थित कार्य से जीवित कोशिकाओं के काम करने के तरीके को समझने में निर्णायक योगदान हुआ है, वहीं कैंसर होने और जल्द बुढ़ापा दिखने के लिए जिम्मेदार प्रक्रियाओं के बारे में और कई आनुवांशिक बीमारियों के आण्विक कारणों के बारे में जानकारी मिलती है।

डीएनए (डिऑक्सीरिबो न्यूक्लियक एसिड) जीवन के निर्माण और उसके चलने का रासायनिक कोड होता है। कड़ी धूप या अन्य पर्यावरण संबंधी कारकों से डीएनए को नुकसान पहुंच सकता है। लेकिन प्रोटीनों का एक सम्मुचय होता है जो प्रक्रिया पर निगरानी रखने के लिए तैयार किया जाता है। यह कोड को पढ़ता है और हुए नुकसान की भरपाई करता है। इन प्रक्रियाओं की मैपिंग करने के लिए तीनों वैज्ञानिकों की सराहना की गई।

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