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"वे ताबूतों में वापस आ रहे": इजरायली बंधकों के परिवारों ने मौतों पर शोक जताया

हमले के दौरान हमास के उग्रवादियों ने 252 लोगों को बंधक बना लिया था. उनमें से 121 लोग गाजा में हैं. इजरायली सेना के अनुसार इनमें से 37 लोग मारे गए हैं.

"वे ताबूतों में वापस आ रहे": इजरायली बंधकों के परिवारों ने मौतों पर शोक जताया
दक्षिणी इजरायल में हमास के हमले के बाद गाजा युद्ध शुरू हुआ था.
तेल अवीव (इजराइल):

एक इजरायली बंधक (Israeli hostage) का शव पिछले हफ्ते गाजा से बरामद किया गया था. रविवार को उसकी बहन उस समय भावुक हो गई जब उसके अंतिम संस्कार में हजारों लोग पहुंचे और उसे दफनाया गया.

अविवित याब्लोंका ने अपने भाई चानन के अंतिम संस्कार के दौरान एएफपी से कहा, "मुझे उसकी मौत का डर था, लेकिन मैं चाहती थी कि उसकी मौत इस तरह न हो."

नोवा संगीत समारोह के दौरान 7 अक्टूबर को 42 साल के चानन की हमास के अभूतपूर्व हमले में हत्या उस समय कर दी गई थी जब वे वहां से भागने की कोशिश कर रहे थे. हमले में कम से कम 364 लोग मारे गए थे. चानन के शव को आतंकवादी गाजा पट्टी ले गए थे. 230 दिन के बाद शुक्रवार को इजरायली सैनिकों ने उसका शव बरामद कर लिया.

एक सप्ताह के अंतराल में इजरायली सेना ने आठ बंधकों की मौत होने की घोषणा की है. उन्हें पहले जीवित माना जा रहा था. इनमें पांच इजरायली, दो थाई और एक फ्रांसीसी-मैक्सिकन नागरिक है. सेना ने सात शव भी बरामद किए हैं, जिनमें चानन का शव भी शामिल है. यह शव 7 अक्टूबर से गाजा में रखे थे.

इसके बाद से उन अन्य बंधकों के परिवारों की उम्मीदें भी धूमिल हो गई हैं जिनका अब तक कोई पता नहीं चल पाया है. हमले के दौरान आतंकवादियों ने 252 लोगों को बंधक बना लिया था, जिनमें से 121 गाजा में हैं. इजरायली सेना के अनुसार इनमें से 37 लोग मारे गए हैं.

मौन जुलूस निकाला, इजरायली झंडे लहराए

दर्जनों लोग रविवार को चानन के माता-पिता के घर के बाहर तेल अवीव के किर्यत शॉल कब्रिस्तान तक मौन जुलूस निकालने के लिए एकत्रित हुए थे. इसमें हजारों लोग इजरायली झंडे लहरा रहे थे.

याब्लोंका परिवार ने लोगों से बंधकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए मार्च में शामिल होने का आग्रह किया था. अविवित ने कहा, "हमें सभी को वापस लाना है. यह मार्च सभी बंधकों की रिहाई के लिए है." लोगों की भीड़ से घिरे चानन के परिवार ने उसे अलविदा कहा.

चानन के परिवार को 7 अक्टूबर के बाद से उनकी कोई खबर नहीं मिली थी और उनके लापता होने के 90 दिन बाद बताया गया था कि वह गाजा में हैं.  अविवित ने अपने भाई को दफनाने से पहले कहा, "हमने सोचा था कि वे जीवित वापस आ रहे हैं, लेकिन वे ताबूतों में वापस आए हैं."

अविवित ने कहा कि वह "विश्वास करना चाहती हैं कि सरकार वास्तव में उन सभी को वापस लाना चाहती है. ऐसे हत्यारों के साथ बातचीत करने में कठिनाइयां हैं." उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह उन्हें किसी मंत्री या विधायक का फोन नहीं आया.

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