पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा (फाइल फोटो)
वाशिंगटन:
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुक्रवार को कहा कि पिछले 10 वर्षों के दौरान अद्भुत चीजें हुई हैं और ये सब पूरा हो सका क्योंकि इस देश को उनसे उम्मीद थी और उनमें विश्वास था. ओबामा ने एयरफोर्स वन में आखिरी बार सवार होने से पहले कहा, ‘जैसा कि मैंने 2004 में कहा था, यह कोई हवा में आशावाद नहीं था, जो आपको इस कार्य को पूरा करने के लिए यहां तक लाया, यह आसान नहीं था, उन समस्याओं को जानबूझकर नजरअंदाज नहीं किया गया, जो अमेरिका के सामने खड़ी हैं. मुश्किल समय में यह उम्मीद थी, अनिश्चितता के समय की उम्मीद थी.’
अमेरिकी राष्ट्रपति के पद से विदा होने के बाद रस्मी तौर पर उनको एयरफोर्स में बैठाया जाता है. एंड्रयू एयरफोर्स बेस पर करीब 1,8000 लोग ओबामा का इंतजार कर रहे थे जिनमें से कई ऐसे लोग थे जिन्होंने ओबामा प्रशासन में काम किया. ओबामा यूएस कैपिटोल से सैन्य हेलीकॉप्टर के जरिए वहां पहुंचे. राष्ट्रपति के तौर पर अपने सफर के शुरुआती दिनों को याद करते हुए ओबामा ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी जनता और उनकी योग्यता में विश्वास प्रकट करते हुए यह सब किया, हमने साथ मिलकर काम करने की अपनी योग्यता का इस्तेमाल किया और देश को इस तरह से बदला जिससे हमारे बच्चों और हमारे पौत्र-पौत्रियों-नाती-नातिनों के जीवन को बेहतर बनाया जा सके.
ओबामा ने कहा कि बदलाव ऊपर से नीचे नहीं, बल्कि नीचे से ऊपर होता है. उन्होंने कहा, ‘आप सब मिलकर साथ आए और आपने विश्वास करने का निर्णय लिया. आपने दरवाजों पर दस्तक दी, फोन किए, अपने माता-पिता से बात की जो यह भी नहीं जानते थे कि बराक ओबामा नाम का उच्चारण कैसे करना है.’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिकी राष्ट्रपति के पद से विदा होने के बाद रस्मी तौर पर उनको एयरफोर्स में बैठाया जाता है. एंड्रयू एयरफोर्स बेस पर करीब 1,8000 लोग ओबामा का इंतजार कर रहे थे जिनमें से कई ऐसे लोग थे जिन्होंने ओबामा प्रशासन में काम किया. ओबामा यूएस कैपिटोल से सैन्य हेलीकॉप्टर के जरिए वहां पहुंचे. राष्ट्रपति के तौर पर अपने सफर के शुरुआती दिनों को याद करते हुए ओबामा ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी जनता और उनकी योग्यता में विश्वास प्रकट करते हुए यह सब किया, हमने साथ मिलकर काम करने की अपनी योग्यता का इस्तेमाल किया और देश को इस तरह से बदला जिससे हमारे बच्चों और हमारे पौत्र-पौत्रियों-नाती-नातिनों के जीवन को बेहतर बनाया जा सके.
ओबामा ने कहा कि बदलाव ऊपर से नीचे नहीं, बल्कि नीचे से ऊपर होता है. उन्होंने कहा, ‘आप सब मिलकर साथ आए और आपने विश्वास करने का निर्णय लिया. आपने दरवाजों पर दस्तक दी, फोन किए, अपने माता-पिता से बात की जो यह भी नहीं जानते थे कि बराक ओबामा नाम का उच्चारण कैसे करना है.’
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