अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भारत और पाकिस्तान के मौजूदा रिश्ते को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बीते दो सप्ताह में दोनों देशों के बीच का माहौल पहले की तुलना में थोड़ा ठंडा जरूर हुआ है. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का यह बयान दो सप्ताह पहले पीएम मोदी से की मुलाकात के बाद आया है. दोनों नेता जी 7 की बैठक के दौरान मिले थे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि सबको पतो है कि भारत औऱ पाकिस्तान के बीच कश्मीर को लेकर शुरू से ही विवाद है. मुझे लगता है कि दो सप्ताह पहले की तुलना में माहौल अब ठीक है. उन्होंने कहा कि मेरी दोनों ही देश से बात हुई है. अगर दोनों देश चाहें तो मैं उनकी मदद कर सकता हूं. डोनाल्ड ट्रंप ने यह बात वाइटहाउस में पत्रकारों से बात करते हुए कही.
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गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर विवाद के निपटारे के लिए दोनों देशों के बीच मध्यस्थ बनने की बात भी कही थी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के बीच ‘मध्यस्थता' की पेशकश की थी. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने व्हाइट हाउस में ट्रंप से पहली बार मुलाकात की जहां दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की थी. भारत सरकार ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के उस चौंकाने वाले दावे से इनकार किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें कश्मीर पर मध्यस्थता करने के लिए कहा था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया था कि हमने अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा प्रेस को दिये उस बयान को देखा है जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि भारत और पाकिस्तान अनुरोध करते हैं तो वह कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के लिए तैयार हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से इस तरह का कोई अनुरोध नहीं किया है.'
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अब अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने ट्वीट करते हुए कहा था कि कश्मीर एक दि्वपक्षीय मुद्दा है और दोनों पक्षों को इस पर चर्चा करनी चाहिए. ट्वीट में लिखा गया है, 'कश्मीर एक दि्वपक्षीय मुद्दा है, जिस पर दोनों पक्षों को चर्चा करनी चाहिए. ट्रंप प्रशासन स्वागत करता है भारत और पाकिस्तान की वार्ता का और अमेरिका हमेशा मदद करने के लिए तैयार है.'
साथ ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने उन्होंने कहा था कि भारत का लगातार यही रुख रहा है कि पाकिस्तान के साथ सभी लंबित मुद्दों पर केवल द्विपक्षीय चर्चा होगी. पाकिस्तान के साथ किसी भी बातचीत के लिए सीमापार आतंकवाद पर रोक जरूरी होगी. भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दों के समाधान के लिए शिमला समझौता और लाहौर घोषणापत्र का अनुपालन आधार होगा.' ट्रंप ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने को कहा था.
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अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया था कि मोदी और उन्होंने पिछले महीने जापान के ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की थी जहां भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें कश्मीर पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की पेशकश की थी. ट्रंप ने कहा था कि मैं दो सप्ताह पहले प्रधानमंत्री मोदी के साथ था और हमने इस विषय (कश्मीर) पर बात की थी. और उन्होंने वास्तव में कहा, ‘क्या आप मध्यस्थता या मध्यस्थ बनना चाहेंगे?' मैंने कहा, ‘कहाँ?' (मोदी ने कहा) ‘कश्मीर. क्योंकि यह कई वर्षों से चल रहा है. मुझे आश्चर्य है कि यह कितने लंबे समय से चल रहा है.' ट्रंप ने कहा कि यदि दोनों देश कहेंगे तो वह मदद के लिए तैयार हैं.
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