मोगादिशू:
सोमालियाई दस्युओं ने एक जहाज को रिहा करने के बदले लाखों डॉलरों की फिरौती वसूल ली और चालक दल के कुछ सदस्यों को रिहा कर दिया, लेकिन सभी भारतीय सदस्यों को बंधक बनाए रखा है। एक दस्यु ने बताया कि भारतीय नौसेना द्वारा 100 से ज्यादा सोमाली दस्युओं के गिरफ्तारी के प्रतिशोध के तौर पर भारतीय सदस्यों की रिहाई नहीं की गई है। हसन फराह नाम के दस्यु ने शुक्रवार को बताया, हमने भारतीयों को बंधक रखने का फैसला किया, क्योंकि भारत हमारे साथियों को पकड़े हुए है। उसने कहा, हमने अन्य सदस्यों को रिहा कर दिया और वे हमारे तट से दूर चले गए। हम भारतीयों को तब तक बंधक बनाए रखेंगे, जब तक वे हमारे साथियों को छोड़ नहीं देते। मुंबई के एक जहाज अल्फाल्ट वेंचर की रिहाई के बदले लाखों रुपये की फिरौती दी गई। दस्युओं को जहाज और चालक दल की रिहाई के बदले 50 लाख अमेरिकी डॉलर की राशि मिली है और ऐसी संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार को ही यह राशि चुकाई गई। यह तत्काल साफ नहीं हो पाया कि जहाज में सवार 15 सदस्यों में कितने भारतीय थे। जहाज का अपहरण पिछले सितंबर को किया गया था। दस्युओं द्वारा शुक्रवार की गई कार्रवाई अपहरण और फिरौती के चल रहे मॉडल से भिन्न थी और यह समुद्री दस्युओं के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सैन्य प्रयासों को और ज्यादा जटिल कर सकती है।
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