अमेरिका (US) की अदालत में छ भारतीय अंग्रेजी (English) नहीं बोल पाए. हैरानी की बात यह है कि अंग्रेजी का स्तर बताने वाले IELTS टेस्ट में इनके स्कोर काफी अच्छे थे. इसके बाद गुजरात पुलिस (Gujrat Police) ने मामले की छान-बीन शुरू कर दी है. इन लोगों को इस साल मार्च में एक नाव से कनाडा (Canada) के रास्ते अमेरिका (US) में घुसते हुए पकड़ा गया था. यह खबर इंटरनेट (Internet) पर जमकर वायरस हो रही है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि गुजरात पुलिस ने अमेरिकी अधिकारियों की अपील पर यह जांच शुरू की है.
मेहसाना के पुसिल स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के इंस्पेक्टर भावेश राठौड़ ने पीटीआई को बताया कि 6 लोग जिनकी उम्र 19 से 21 साल के बीच है उन्हें कनाडा के बॉर्डर के पास एक डूबती नाव से अमेरिका की सेंट रीजिस नदी (Saint Regis river) में पकड़ा गया था.
जब इन लोगों को अमेरिका की कोर्ट के सामने लाया गया तो वो जज की तरफ से पूछे गए सवालों का अंग्रेजी में जवाब नहीं दे पाए. अदालत को हिंदी अनुवादक की मदद लेनी पड़ी. कोर्ट को यह जानकर बहुत हैरानी हुई कि इन छात्रों के IELTS टेस्ट में 7 में से 6.5 अंक आए थे.
द इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम (IELTS) गैर अंग्रेजी भाषी लोगों की अंग्रेजी क्षमता के लिए एक मानक है. एक अच्छा स्कोर कई देशों के कॉलेजों में दाखिले के लिए ज़रूरी होता है.
एक यूज़र ने ट्विटर पर लिखा, जुगाड़ कल्चर इंटरनेशनल हो गया है." एक और यूज़र ने लिखा, " IELTS के नंबरों में धांधली से वो न्यूजर्सी ज़रूर पहुंच जाएंगे लेकिन एक बार पकड़े गए तो इससे उन सभी भारतीय छात्रों पर असर पड़ेगा जो करियर बनाना चाहते हैं."
पुलिस ने कहा है कि इन 6 युवाओं ने 25 सितंबर 2021 को दक्षिण गुजरात के नवसारी टाउन में IELTS की परीक्षा दी थी और वो 19 मार्च को स्टूडेंट वीज़ा पर कनाडा पहुंचे थे. इसके करीब दो हफ्ते बाद वो अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर पकड़े गए.
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