मलेशियाई एयरलाइन का विमान एमएच-370 मार्च 2014 में लापता हो गया था.
सिडनी:
मलेशियन एयरलाइन के लापता हुए विमान एमएच-370 की सुदूरवर्ती दक्षिण सागर में तलाश के दौरान पाए गए दो जहाज के टुकड़ों की पहचान 19वीं सदी के व्यापारिक जहाजों के हिस्सों के रूप में हुई. ये जहाज कोयला ले जाते थे और उनमें से प्रत्येक पर चालक दल के लगभग 30 सदस्य सवार थे.
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मलेशियाई एयरलाइन का विमान एमएच-370 मार्च 2014 में लापता हो गया था. उस पर 239 लोग सवार थे. उनमें से ज्यादातर लोग चीन से थे. विमान कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा था. उड्डयन इतिहास की सबसे बड़ी खोज के दौरान इलाके में विमान का कोई निशान नहीं मिला था. यह तलाश पिछले वर्ष जनवरी में बंद कर दी गई थी.
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हालांकि, ऑस्ट्रेलिया को इस दौरान 3,900 मीटर की गहराई में दो टुकड़े जरूर मिले थे. वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियन म्यूजियम ने तलाशी के दौरान सोनार और वीडियो डेटा का विश्लेषण किया. संग्रहालय के एक अधिकारी रोस एंडरसन ने बताया कि दोनों टुकड़े 19वीं सदी के जहाजों के हैं. इन जहाजों में से एक लकड़ी का और दूसरा लोहे का था. दोनों जहाजों में कोयला भरा था.
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मलेशियाई एयरलाइन का विमान एमएच-370 मार्च 2014 में लापता हो गया था. उस पर 239 लोग सवार थे. उनमें से ज्यादातर लोग चीन से थे. विमान कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा था. उड्डयन इतिहास की सबसे बड़ी खोज के दौरान इलाके में विमान का कोई निशान नहीं मिला था. यह तलाश पिछले वर्ष जनवरी में बंद कर दी गई थी.
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हालांकि, ऑस्ट्रेलिया को इस दौरान 3,900 मीटर की गहराई में दो टुकड़े जरूर मिले थे. वेस्टर्न ऑस्ट्रेलियन म्यूजियम ने तलाशी के दौरान सोनार और वीडियो डेटा का विश्लेषण किया. संग्रहालय के एक अधिकारी रोस एंडरसन ने बताया कि दोनों टुकड़े 19वीं सदी के जहाजों के हैं. इन जहाजों में से एक लकड़ी का और दूसरा लोहे का था. दोनों जहाजों में कोयला भरा था.
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